कोच्चि: कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पूर्ण रूप से सौर ऊर्जा से परिचालन से प्रभावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस हवाई अड्डे का बिजली का मॉडल बिजली की भारी खपत करने वाली इकाइयों के लिए एक प्रेरणादायी मॉडल हो सकता है. उन्होंने स्टेडियमों में भी ऊर्जा के ऐसे स्रोतों का उपयोग कर के आत्म निर्भर बनने का सुझाव दिया.
सीआईएएल के बयान के अनुसार यहां शनिवार को थोड़े समय के लिये रूके मोदी ने सौर ऊर्जा के उपयोग को लेकर कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (सीआईएएल) की सराहना की. यह दुनिया का पहला पूर्ण रूप से सौर ऊर्जा से चालित हवाईअड्डा है.
कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के प्रबंध निदेशक वी जे कुरियन के साथ चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने हवाईअड्डे के परिचालन के लिये हरित ऊर्जा के उपयोग के प्रयास की सराहना की.
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मोदी ने कहा कि सीआईएएल मॉडल से अधिक बिजली खपत करने वाले सभी ग्राहकों को प्रेरित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि संभावित स्थनलों पर सौर पैनल लगाने की संभावना टटोले जाने की जरूरत है. उन्होंने सुझाव दिया कि स्टेडियम के गैलरी की छतों का उपयोग इसके लिये किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री शनिवार के केरल में थे. वह त्रिचुर जिले के गुरूवयूर में भगवान कृष्ण के मंदिर में पूर्जा अर्चना की. वह मालदीव रवाना होने से पहले सीआईएएल के अधिकारियों से मिले.