नई दिल्ली: कोरोना वायरस की तीसरी लहर के चलते हवाई यातायात और आर्थिक गतिविधियों में गिरावट से जनवरी, 2022 के पहले पखवाड़े में पेट्रोल और डीजल की बिक्री घट गई है. सार्वजनिक क्षेत्र के ईंधन खुदरा विक्रेताओं के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, एक से 15 जनवरी के बीच देश में डीजल की खपत दिसंबर की सामान अवधि की तुलना में 14.1 प्रतिशत घटकर 24.7 लाख टन पर आ गई. वही, जनवरी, 2021 के पहले पखवाड़े के मुकाबले इसमें 4.99 प्रतिशत की कमी आई है.
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन संस्करण के तेजी से फैलने के कारण देश के कई हिस्सों में स्थानीय प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. इससे ट्रकों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है. आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री दिसंबर, 2021 के पहले पखवाड़े की तुलना में 13.81 प्रतिशत घटकर 9,64,380 टन रही. इसमें जनवरी, 2021 के पहले पखवाड़े की तुलना में 2.82 प्रतिशत की कमी आई है. पेट्रोल की बिक्री हालांकि जनवरी, 2020 के पहले पखवाड़े के मुकाबले 5.66 प्रतिशत अधिक है. सुरक्षा के मद्देनजर लोगों के निजी वाहनों का अधिक इस्तेमाल करने से पेट्रोल की बिक्री हालांकि कोरोना से पहले के स्तर से अधिक बनी हुई है.
इसके अलावा विमानों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले जेट ईंधन की बिक्री एक से 15 जनवरी, 2022 के बीच 2,08,980 टन रही. दिसंबर, 2021 के पहले पखवाड़े की तुलना में इसमें 13 प्रतिशत की कमी आई है जबकि सालाना आधार पर इसमें 7.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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वहीं, एलपीजी गैस की बिक्री इससे पिछले महीने के पहले पखवाड़े की तुलना में 4.85 प्रतिशत और सालाना आधार पर 9.47 प्रतिशत बढ़कर 12.8 लाख टन पर पहुंच गई. ये आंकड़े जनवरी, 2020 के पहले पखवाड़े के मुकाबले 15.25 प्रतिशत अधिक हैं.
पीटीआई-भाषा