ETV Bharat / business

यात्री वाहनों की बिक्री 2018-19 में 2.7 प्रतिशत बढ़ी, चालू वित्त वर्ष में बिक्री बढ़ने की उम्मीद - सियाम

वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 5.15 प्रतिशत बढ़कर 2,62,67,783 वाहन रही जो 2017-18 में 2,49,81,312 वाहन रही.

कॉन्सेप्ट इमेज।
author img

By

Published : Apr 9, 2019, 12:48 PM IST

नई दिल्ली : देश में यात्री वाहनों की बिक्री में 2018-19 में मात्र 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. नकदी संकट, वाहनों की ऊंची कीमतें और आगामी लोकसभा चुनावों के परिणाम को लेकर अनिश्चितता के चलते बिक्री में तेजी पर रोक लग गई.

हालांकि वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 5.15 प्रतिशत बढ़कर 2,62,67,783 वाहन रही जो 2017-18 में 2,49,81,312 वाहन रही.

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री 2.7 प्रतिशत बढ़कर 33,77,436 वाहन रही. इससे पहले 2017-18 में 32,88,581 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी. नए उत्पाद पेश होने के बावजूद पिछले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान बिक्री में तेजी नहीं आई.

वाहन उद्योग संगठन ने यात्री वाहन बिक्री में वृद्धि के अनुमान को 8-10 प्रतिशत से संशोधित करके 6 प्रतिशत कर दिया था. वास्तविक आंकड़ा 2.7 प्रतिशत है , जो कि संशोधित अनुमान से काफी कम है.

सियाम के अध्यक्ष राजन वडेरा ने संवाददाताओं को बताया, "यदि हम सकारात्मक पक्ष देखें तो हमने बिक्री में वृद्धि को बनाए रखा है, भले ही यह ऊंचा इकाई अंक या दहाई अंक में न होकर एक अंक में काफी नीचे रही हो. किसी एक वित्त वर्ष में यह अब तक का सबसे अधिक बिक्री और उत्पादन का आंकड़ा है."

कारों की घरेलू बाजार में बिक्री 2018-19 में 2.05 प्रतिशत बढ़कर 22,18,549 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 21,74,024 वाहन थी. वहीं, यूटिलिटी (उपयोगिता) वाहनों की ब्रिकी 9,41,461 वाहन रही. 2017-18 में यह आंकड़ा 9,22,322 वाहन पर था. इस दौरान, 2.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

हालांकि, यात्री वाहनों का निर्यात 2017-18 में 7,48,366 वाहन से 9.64 प्रतिशत घटकर 2018-19 में 6,76,193 वाहन रह गया. वडेरा ने कहा, "बीते साल हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. सबसे ज्यादा दिक्कत कच्चे माल की ऊंची कीमत की वजह से हुई. इसके चलते कंपनियों को वाहनों का दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा , जिससे मांग प्रभावित हुई. इसके अलावा, बीमा को अनिवार्य करना, वित्तपोषण कंपनियों में नकदी संकट से बिक्री प्रभावित हुई."

ये भी पढ़ें : सियाम ने सरकार से वाहनों पर जीएसटी घटाकर 18 प्रतिशत पर लाने को कहा

सियाम ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आ रही दिक्कतों के साथ पहली तिमाही में आम चुनाव और बीएस 6 मानक का अनुपालन करने वाले उत्पादों की ओर बढ़ना जैसी चीजें आगे रहेंगी. चालू वित्त वर्ष में यात्री वाहन बिक्री में 3 से 5 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है. वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है.

सियाम के आंकड़ों के मुताबिक, 2018-19 के दौरान, मारुति सुजुकी इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 5.25 प्रतिशत बढ़कर 17,29,826 वाहन रही, जबकि प्रतिद्वंद्वी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 1.68 प्रतिशत बढ़कर 5,45,243 इकाइयों पर रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहन बिक्री 2.21 प्रतिशत बढ़कर 2,45,351 वाहन रही.

सियाम ने कहा कि दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 4.86 प्रतिशत बढ़कर 2,11,81,390 इकाई रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 2,02,00,117 इकाइयों पर था. वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 17.55 प्रतिशत बढ़कर 10,07,319 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 8,56,916 वाहन थी. वहीं, यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री मार्च महीने में 2.96 प्रतिशत घटकर 2,91,806 वाहन रही. मार्च 2018 में 3,00,722 वाहनों की बिक्री हुई थी.

इस दौरान कारों की बिक्री 6.87 प्रतिशत गिरकर 1,77,949 वाहन रही. एक साल पहले के इसी महीने में यह आंकड़ा 1,91,082 इकाई था. मोटरसाइकिल ब्रिकी में भी गिरावट दर्ज की गई. मार्च में मोटरसाइकिल ब्रिकी 14.27 प्रतिशत लुढ़क कर 9,82,385 इकाई रही. एक साल पहले इसी महीने 11,45,879 मोटरसाइकिलों की बिक्री की गई थी.

मार्च में, दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 17.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,40,663 इकाइयों पर आ गई. इसके मुकाबले मार्च 2018 में 17,42,307 दोपहिया वाहन बिके थे. सियाम मे कहा कि मार्च में वाणिज्यिक वाहनों की मामूली बढ़कर 1,09,030 वाहनों पर पहुंच गई. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 14.21 प्रतिशत घटकर 19,08,126 वाहन रही जो मार्च 2018 में 22,24,224 वाहन थी.

नई दिल्ली : देश में यात्री वाहनों की बिक्री में 2018-19 में मात्र 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. नकदी संकट, वाहनों की ऊंची कीमतें और आगामी लोकसभा चुनावों के परिणाम को लेकर अनिश्चितता के चलते बिक्री में तेजी पर रोक लग गई.

हालांकि वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 5.15 प्रतिशत बढ़कर 2,62,67,783 वाहन रही जो 2017-18 में 2,49,81,312 वाहन रही.

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री 2.7 प्रतिशत बढ़कर 33,77,436 वाहन रही. इससे पहले 2017-18 में 32,88,581 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी. नए उत्पाद पेश होने के बावजूद पिछले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान बिक्री में तेजी नहीं आई.

वाहन उद्योग संगठन ने यात्री वाहन बिक्री में वृद्धि के अनुमान को 8-10 प्रतिशत से संशोधित करके 6 प्रतिशत कर दिया था. वास्तविक आंकड़ा 2.7 प्रतिशत है , जो कि संशोधित अनुमान से काफी कम है.

सियाम के अध्यक्ष राजन वडेरा ने संवाददाताओं को बताया, "यदि हम सकारात्मक पक्ष देखें तो हमने बिक्री में वृद्धि को बनाए रखा है, भले ही यह ऊंचा इकाई अंक या दहाई अंक में न होकर एक अंक में काफी नीचे रही हो. किसी एक वित्त वर्ष में यह अब तक का सबसे अधिक बिक्री और उत्पादन का आंकड़ा है."

कारों की घरेलू बाजार में बिक्री 2018-19 में 2.05 प्रतिशत बढ़कर 22,18,549 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 21,74,024 वाहन थी. वहीं, यूटिलिटी (उपयोगिता) वाहनों की ब्रिकी 9,41,461 वाहन रही. 2017-18 में यह आंकड़ा 9,22,322 वाहन पर था. इस दौरान, 2.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

हालांकि, यात्री वाहनों का निर्यात 2017-18 में 7,48,366 वाहन से 9.64 प्रतिशत घटकर 2018-19 में 6,76,193 वाहन रह गया. वडेरा ने कहा, "बीते साल हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. सबसे ज्यादा दिक्कत कच्चे माल की ऊंची कीमत की वजह से हुई. इसके चलते कंपनियों को वाहनों का दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा , जिससे मांग प्रभावित हुई. इसके अलावा, बीमा को अनिवार्य करना, वित्तपोषण कंपनियों में नकदी संकट से बिक्री प्रभावित हुई."

ये भी पढ़ें : सियाम ने सरकार से वाहनों पर जीएसटी घटाकर 18 प्रतिशत पर लाने को कहा

सियाम ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आ रही दिक्कतों के साथ पहली तिमाही में आम चुनाव और बीएस 6 मानक का अनुपालन करने वाले उत्पादों की ओर बढ़ना जैसी चीजें आगे रहेंगी. चालू वित्त वर्ष में यात्री वाहन बिक्री में 3 से 5 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है. वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है.

सियाम के आंकड़ों के मुताबिक, 2018-19 के दौरान, मारुति सुजुकी इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 5.25 प्रतिशत बढ़कर 17,29,826 वाहन रही, जबकि प्रतिद्वंद्वी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 1.68 प्रतिशत बढ़कर 5,45,243 इकाइयों पर रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहन बिक्री 2.21 प्रतिशत बढ़कर 2,45,351 वाहन रही.

सियाम ने कहा कि दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 4.86 प्रतिशत बढ़कर 2,11,81,390 इकाई रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 2,02,00,117 इकाइयों पर था. वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 17.55 प्रतिशत बढ़कर 10,07,319 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 8,56,916 वाहन थी. वहीं, यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री मार्च महीने में 2.96 प्रतिशत घटकर 2,91,806 वाहन रही. मार्च 2018 में 3,00,722 वाहनों की बिक्री हुई थी.

इस दौरान कारों की बिक्री 6.87 प्रतिशत गिरकर 1,77,949 वाहन रही. एक साल पहले के इसी महीने में यह आंकड़ा 1,91,082 इकाई था. मोटरसाइकिल ब्रिकी में भी गिरावट दर्ज की गई. मार्च में मोटरसाइकिल ब्रिकी 14.27 प्रतिशत लुढ़क कर 9,82,385 इकाई रही. एक साल पहले इसी महीने 11,45,879 मोटरसाइकिलों की बिक्री की गई थी.

मार्च में, दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 17.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,40,663 इकाइयों पर आ गई. इसके मुकाबले मार्च 2018 में 17,42,307 दोपहिया वाहन बिके थे. सियाम मे कहा कि मार्च में वाणिज्यिक वाहनों की मामूली बढ़कर 1,09,030 वाहनों पर पहुंच गई. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 14.21 प्रतिशत घटकर 19,08,126 वाहन रही जो मार्च 2018 में 22,24,224 वाहन थी.

Intro:Body:

नई दिल्ली : देश में यात्री वाहनों की बिक्री में 2018-19 में मात्र 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. नकदी संकट, वाहनों की ऊंची कीमतें और आगामी लोकसभा चुनावों के परिणाम को लेकर अनिश्चितता के चलते बिक्री में तेजी पर रोक लग गई.

हालांकि वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 5.15 प्रतिशत बढ़कर 2,62,67,783 वाहन रही जो 2017-18 में 2,49,81,312 वाहन रही.

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री 2.7 प्रतिशत बढ़कर 33,77,436 वाहन रही. इससे पहले 2017-18 में 32,88,581 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी. नए उत्पाद पेश होने के बावजूद पिछले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान बिक्री में तेजी नहीं आई.

वाहन उद्योग संगठन ने यात्री वाहन बिक्री में वृद्धि के अनुमान को 8-10 प्रतिशत से संशोधित करके 6 प्रतिशत कर दिया था. वास्तविक आंकड़ा 2.7 प्रतिशत है , जो कि संशोधित अनुमान से काफी कम है.

सियाम के अध्यक्ष राजन वडेरा ने संवाददाताओं को बताया, "यदि हम सकारात्मक पक्ष देखें तो हमने बिक्री में वृद्धि को बनाए रखा है, भले ही यह ऊंचा इकाई अंक या दहाई अंक में न होकर एक अंक में काफी नीचे रही हो. किसी एक वित्त वर्ष में यह अब तक का सबसे अधिक बिक्री और उत्पादन का आंकड़ा है."

कारों की घरेलू बाजार में बिक्री 2018-19 में 2.05 प्रतिशत बढ़कर 22,18,549 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 21,74,024 वाहन थी. वहीं, यूटिलिटी (उपयोगिता) वाहनों की ब्रिकी 9,41,461 वाहन रही. 2017-18 में यह आंकड़ा 9,22,322 वाहन पर था. इस दौरान, 2.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

हालांकि, यात्री वाहनों का निर्यात 2017-18 में 7,48,366 वाहन से 9.64 प्रतिशत घटकर 2018-19 में 6,76,193 वाहन रह गया. वडेरा ने कहा, "बीते साल हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. सबसे ज्यादा दिक्कत कच्चे माल की ऊंची कीमत की वजह से हुई. इसके चलते कंपनियों को वाहनों का दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा , जिससे मांग प्रभावित हुई. इसके अलावा, बीमा को अनिवार्य करना, वित्तपोषण कंपनियों में नकदी संकट से बिक्री प्रभावित हुई."

सियाम ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आ रही दिक्कतों के साथ पहली तिमाही में आम चुनाव और बीएस 6 मानक का अनुपालन करने वाले उत्पादों की ओर बढ़ना जैसी चीजें आगे रहेंगी. चालू वित्त वर्ष में यात्री वाहन बिक्री में 3 से 5 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है. वाहन उद्योग ने कहा कि 2019-20 में दोपहिया वाहन बिक्री में 5 से 7 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत और तिपहिया वाहनों की बिक्री में 7 से 9 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है.

सियाम के आंकड़ों के मुताबिक, 2018-19 के दौरान, मारुति सुजुकी इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 5.25 प्रतिशत बढ़कर 17,29,826 वाहन रही, जबकि प्रतिद्वंद्वी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया की यात्री वाहन बिक्री 1.68 प्रतिशत बढ़कर 5,45,243 इकाइयों पर रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहन बिक्री 2.21 प्रतिशत बढ़कर 2,45,351 वाहन रही.

सियाम ने कहा कि दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 4.86 प्रतिशत बढ़कर 2,11,81,390 इकाई रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 2,02,00,117 इकाइयों पर था. वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 17.55 प्रतिशत बढ़कर 10,07,319 वाहन रही, जो कि 2017-18 में 8,56,916 वाहन थी. वहीं, यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री मार्च महीने में 2.96 प्रतिशत घटकर 2,91,806 वाहन रही. मार्च 2018 में 3,00,722 वाहनों की बिक्री हुई थी.

इस दौरान कारों की बिक्री 6.87 प्रतिशत गिरकर 1,77,949 वाहन रही. एक साल पहले के इसी महीने में यह आंकड़ा 1,91,082 इकाई था. मोटरसाइकिल ब्रिकी में भी गिरावट दर्ज की गई. मार्च में मोटरसाइकिल ब्रिकी 14.27 प्रतिशत लुढ़क कर 9,82,385 इकाई रही. एक साल पहले इसी महीने 11,45,879 मोटरसाइकिलों की बिक्री की गई थी.

मार्च में, दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 17.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,40,663 इकाइयों पर आ गई. इसके मुकाबले मार्च 2018 में 17,42,307 दोपहिया वाहन बिके थे. सियाम मे कहा कि मार्च में वाणिज्यिक वाहनों की मामूली बढ़कर 1,09,030 वाहनों पर पहुंच गई. विविध श्रेणियों में वाहनों की बिक्री 14.21 प्रतिशत घटकर 19,08,126 वाहन रही जो मार्च 2018 में 22,24,224 वाहन थी.

ये भी पढ़ें :


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.