नई दिल्ली/कोलकाता: भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने शनिवार को कहा कि चक्रवाती तूफान बुलबुल की प्रचंडता को देखते हुए एहतिहातन कोलकाता हवाईअड्डे पर संचालन बंद कर दिया गया है. सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, हवाईअड्डे पर उड़ानों का संचालन शनिवार शाम छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक बंद रहेगा.
अधिकारी ने कहा, "चक्रवात के दस्तक देने से पहले संचालन बंद करने का फैसला एहतिहातन लिया गया है."
ये भी पढ़ें- नोटबंदी के तीन साल: क्या खोया क्या पाया?
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चक्रवाती तूफान को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, "तूफान बंगाल से गुजरने वाला है. हमारा राज्य प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है. हम किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी कर चुके हैं. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ ने स्पेशल कंट्रोल रूम स्थापित किया है."
उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखा गया है. वहीं संवेदनशील तटीय इलाकों से 1 लाख 20 हजार से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
गंभीर चक्रवात बुलबुल आज दोपहर ढाई बजे के करीब दीघा से 90 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिण पूर्व में है जो सागर द्वीप से 85 किलोमीटर दक्षिण में है. पश्चिम बंगाल के तटों पर आज रात आठ बज से दस बजे के बीच बुलबुल के आने की संभावना है. इस दौरान तेज से बहुत तेज बारिश होने और 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है.
आपात स्थिति से निपटने वाली देश की सबसे शीर्ष इकाई राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद बुलबुल से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जिससे पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटीय जिले प्रभावित हो सकते हैं.
बुलबुल चक्रवात: कोलकाता हवाईअड्डे पर शाम 6 बजे से संचालन बंद
गंभीर चक्रवात बुलबुल आज दोपहर ढाई बजे के करीब दीघा से 90 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है जो सागर द्वीप से 85 किलोमीटर दक्षिण में है. पश्चिम बंगाल के तटों पर आज रात आठ बज से दस बजे के बीच बुलबुल के आने की संभावना है.
नई दिल्ली/कोलकाता: भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने शनिवार को कहा कि चक्रवाती तूफान बुलबुल की प्रचंडता को देखते हुए एहतिहातन कोलकाता हवाईअड्डे पर संचालन बंद कर दिया गया है. सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, हवाईअड्डे पर उड़ानों का संचालन शनिवार शाम छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक बंद रहेगा.
अधिकारी ने कहा, "चक्रवात के दस्तक देने से पहले संचालन बंद करने का फैसला एहतिहातन लिया गया है."
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वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चक्रवाती तूफान को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, "तूफान बंगाल से गुजरने वाला है. हमारा राज्य प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है. हम किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी कर चुके हैं. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ ने स्पेशल कंट्रोल रूम स्थापित किया है."
उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखा गया है. वहीं संवेदनशील तटीय इलाकों से 1 लाख 20 हजार से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
गंभीर चक्रवात बुलबुल आज दोपहर ढाई बजे के करीब दीघा से 90 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिण पूर्व में है जो सागर द्वीप से 85 किलोमीटर दक्षिण में है. पश्चिम बंगाल के तटों पर आज रात आठ बज से दस बजे के बीच बुलबुल के आने की संभावना है. इस दौरान तेज से बहुत तेज बारिश होने और 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है.
आपात स्थिति से निपटने वाली देश की सबसे शीर्ष इकाई राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद बुलबुल से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जिससे पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटीय जिले प्रभावित हो सकते हैं.
बुलबुल चक्रवात: कोलकाता हवाईअड्डे पर शाम 6 बजे से संचालन बंद
नई दिल्ली/कोलकाता: भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) ने शनिवार को कहा कि चक्रवाती तूफान बुलबुल की प्रचंडता को देखते हुए एहतिहातन कोलकाता हवाईअड्डे पर संचालन बंद कर दिया गया है. सरकार के एक अधिकारी के अनुसार, हवाईअड्डे पर उड़ानों का संचालन शनिवार शाम छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक बंद रहेगा.
अधिकारी ने कहा, "चक्रवात के दस्तक देने से पहले संचालन बंद करने का फैसला एहतिहातन लिया गया है."
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वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चक्रवाती तूफान को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, "तूफान बंगाल से गुजरने वाला है. हमारा राज्य प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है. हम किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी कर चुके हैं. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ ने स्पेशल कंट्रोल रूम स्थापित किया है."
उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखा गया है. वहीं संवेदनशील तटीय इलाकों से 1 लाख 20 हजार से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
गंभीर चक्रवात बुलबुल आज दोपहर ढाई बजे के करीब दीघा से 90 किलोमीटर दक्षिण- दक्षिण पूर्व में है जो सागर द्वीप से 85 किलोमीटर दक्षिण में है. पश्चिम बंगाल के तटों पर आज रात आठ बज से दस बजे के बीच बुलबुल के आने की संभावना है. इस दौरान तेज से बहुत तेज बारिश होने और 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है.
आपात स्थिति से निपटने वाली देश की सबसे शीर्ष इकाई राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद बुलबुल से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जिससे पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटीय जिले प्रभावित हो सकते हैं.
Conclusion: