नई दिल्ली: राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक लेफ्टिनेंट जनरल (डॉक्टर) राजेश पंत ने शुक्रवार को कहा कि 5जी मामले में सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है. इसमें चीन की कंपनी हुवावेई को शामिल करने के मामले में उचित विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाना चाहिए.
पंत ने यह भी कहा कि 5जी केवल दूरसंचार क्षेत्र तक सीमित नहीं रहने वाला है. इसका सभी क्षेत्रों पर प्रभाव होगा. इसी बीच हुवावेई ने कहा कि सुरक्षा और निजता कंपनी की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
कंपनी इन मामलों में सभी स्थानीय कानूनों एवं विनियमों का कड़ाई के साथ पालन करती है. पंत यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित 'टेलीकॉम कंवर्जेंस समिट' से अलग पत्रकारों से बात कर रहे थे.
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उन्होंने कहा, "इस पर (हुवावेई के मामले पर) सरकार को फैसला करना है. हम आपको प्रौद्योगिकी के पहलू से ही बता सकते हैं. उसके बाद इसका आर्थिक और राजनीतिक हिस्सा देखा जायेगा. सुरक्षा एक मुद्दा है, इसमें कोई शंका नहीं है. 5जी केवल एक दूरसंचार नेटवर्क नहीं है. इसमें कई चीजें हैं जो कि हमारी जीवनशैली से जुड़ी हैं."
पंत ने यह बात हुवावेई के देश में 5जी परीक्षण में भागीदारी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कही.