नई दिल्ली: एलजी पॉलिमर इंडिया लिमिटेड ने शनिवार को कहा कि एक भंडारण टंकी से वाष्प के रिसाव हो जाने के कारण उसके विशाखापत्तनम संयंत्र में जानलेवा स्टिरीन मोनोमर गैस के रिसाव की दुर्घटना हुई. कंपनी ने एक बयान में कहा कि शनिवार की सुबह तक संयंत्र में यथास्थिति बहाल कर ली गयी है. कारखाने से जहरीली गैस के रिसाव की इस दुर्घटना में 11 लोग मारे गये जबकि हजारों लोग इससे प्रभावित हुए हैं.
कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन में आंशिक ढील के बाद कंपनी विशाखापत्तनम संयंत्र का परिचालन फिर से शुरू करने की तैयारी कर रही थी. इसी दौरान बृहस्पतिवार की सुबह गैस के रिसाव की दुर्घटना हो गयी.
कंपनी ने बयान में कहा, "हमारी शुरुआती जांच से पता चलता है कि बृहस्पतिवार (सात मई) को हुई दुर्घटना का प्रथम दृष्ट्या कारण जीपीपीएस (जनरल पर्पस पॉली स्टिरीन) कारखाने के पास स्थित स्टिरीन मोनोमर के भंडारण की एक टंकी से रिसाव हो जाना है."
दक्षिण कोरिया की दिग्गज रासायन कंपनी एलजी केम की भारतीय इकाई ने कहा कि वह इस घटना के कारणों की जांच करने, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने तथा देखभाल एवं उपचार की सुरक्षित व्यवस्था करने के लिये संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है.
कंपनी ने कहा, "हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि संयंत्र की स्थिति को सामान्य बनाने पर ध्यान देने के साथ ही हम इस दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों व उनके परिजनों को सर्वश्रेष्ठ संभव मदद देने की हरसंभव कोशिश भी कर रहे हैं."
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उसने कहा, "हमारी टीम सरकार के साथ मिलकर दिन-रात काम कर रही है ताकि इस दुर्घटना से हुए नुकसान के प्रभाव का आकलन किया जा सके और एक ऐसा प्रभावी राहत पैकेज बनाने के लिये ठोस उपाय किये जा सकें, जिसका तुरंत क्रियान्वयन संभव हो."
कंपनी ने कहा कि पीड़ितों व उनके परिवारों की मदद करने के लिये विशेष कार्य बल का गठन किया गया है. सभी प्रभावित परिवारों से जल्दी ही संपर्क कर लिया जायेगा और उन्हें हर संभव मदद मुहैया करायी जायेगी.
(पीटीआई-भाषा)