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एलजी ने किया घाटे में चल रहे मोबाइल व्यापार बंद करने का ऐलान

दक्षिण कोरियाई टेक पावरहाउस एलजी ने एक नियामक फाइलिंग में बताया कि मोबाइल संचार (एमसी) इकाई उद्योग में लंबी मंदी और भयंकर प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कंपनी 31 जुलाई के बाद हैंडसेट का उत्पादन और बिक्री नहीं करेगी.

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Published : Apr 5, 2021, 1:17 PM IST

एलजी ने किया घाटे में चल रहे मोबाइल व्यापार बंद करने का ऐलान
एलजी ने किया घाटे में चल रहे मोबाइल व्यापार बंद करने का ऐलान

सियोल/नई दिल्ली : एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने सोमवार को कहा कि वह अपने मोबाइल व्यवसाय को बंद कर रहा है. ऐसा लंबे समय से बड़े प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा के कारण हो रहे हानि को देखते हुए किया जा रहा है.

दक्षिण कोरियाई टेक पावरहाउस ने एक नियामक फाइलिंग में बताया कि मोबाइल संचार (एमसी) इकाई उद्योग में लंबी मंदी और भयंकर प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कंपनी 31 जुलाई के बाद हैंडसेट का उत्पादन और बिक्री नहीं करेगी.

गौरतलब है कि कंपनी ने दो महीने पहले ही कहा था कि उसका एमसी डिवीजन भविष्य के संचालन के लिए 'सभी संभावनाओं' के लिए खुला है.

2015 की दूसरी तिमाही के बाद से ही एलजी मोबाइल कारोबार में हानि देखी जा रही थी. इसका संचित परिचालन घाटा पिछले साल 4.4 बिलियन डॉलर था.

ये भी पढ़ें : इंडिगो ने शुरू की डोर-टू-डोर बैगेज ट्रांसफर सर्विस

उद्योग जगत के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, एक समय दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी हैंडसेट निर्माता कंपनी रही एलजी ने वियतनाम और जर्मनी के वोक्सवैगन के साथ मोबाइल कारोबार को बेचने के लिए बातचीत की, लेकिन बातचीत सफल नहीं रही.

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एलजी ने कहा कि मोबाइल कारोबार से निकलने से कंपनी के लिए राजस्व में कमी आएगी, लेकिन आखिरकार लंबी अवधि में उसकी वित्तीय स्थिति और प्रबंधन दक्षता में सुधार होगा.

सियोल/नई दिल्ली : एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने सोमवार को कहा कि वह अपने मोबाइल व्यवसाय को बंद कर रहा है. ऐसा लंबे समय से बड़े प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा के कारण हो रहे हानि को देखते हुए किया जा रहा है.

दक्षिण कोरियाई टेक पावरहाउस ने एक नियामक फाइलिंग में बताया कि मोबाइल संचार (एमसी) इकाई उद्योग में लंबी मंदी और भयंकर प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कंपनी 31 जुलाई के बाद हैंडसेट का उत्पादन और बिक्री नहीं करेगी.

गौरतलब है कि कंपनी ने दो महीने पहले ही कहा था कि उसका एमसी डिवीजन भविष्य के संचालन के लिए 'सभी संभावनाओं' के लिए खुला है.

2015 की दूसरी तिमाही के बाद से ही एलजी मोबाइल कारोबार में हानि देखी जा रही थी. इसका संचित परिचालन घाटा पिछले साल 4.4 बिलियन डॉलर था.

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उद्योग जगत के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, एक समय दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी हैंडसेट निर्माता कंपनी रही एलजी ने वियतनाम और जर्मनी के वोक्सवैगन के साथ मोबाइल कारोबार को बेचने के लिए बातचीत की, लेकिन बातचीत सफल नहीं रही.

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एलजी ने कहा कि मोबाइल कारोबार से निकलने से कंपनी के लिए राजस्व में कमी आएगी, लेकिन आखिरकार लंबी अवधि में उसकी वित्तीय स्थिति और प्रबंधन दक्षता में सुधार होगा.

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