नई दिल्ली: सरकार ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों हिंदुस्तान पेट्रोलियम और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन को महारत्न का दर्जा दिया. इस दर्जे के साथ इन कंपनियों की परिचालन और वित्तीय स्वायत्तता बढ़ जाएगी.
भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्रालय के अधीन आने वाला लोक उपक्रम विभाग ने इस संदर्भ में दो अलग-अलग आदेश जारी किये.
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सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को महारत्न कंपनी का दर्जा मिलने से उनके निदेशक मंडल के पास वित्तीय निर्णय के अधिक अधिकार होंगे.
पूर्ववर्ती एस्सो स्टैन्डर्ड एंड ल्यूब इंडिया के अधिग्रहण एवं विलय के बाद एचपीसीएल का गठन 1974 में किया गया था. वहीं पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया देश की सबसे बड़ी पारेषण कंपनी है. यह 2007 से सूचीबद्ध है.