लंदन : मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) से जुड़े मामले में डोमिनिकन अदालती प्रक्रिया में भारतीय अधिकारियों की संलिप्तता पर असंतोष व्यक्त करते हुए ब्रिटेन के उनके वकील माइकल पोलाक (Michael Polack) ने दावा किया कि भगोड़े हीरा कारोबारी को कैरेबियन देश में बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के भारत वापस लाने की योजना थी. पोलाक ने कहा कि उन्हें कई दिनों तक वकीलों से दूर रखा गया था.
उन्होंने कहा, 'परिस्थितियां दर्शाती हैं कि भारत सरकार चोकसी को वापस लाना चाहती है. चोकसी को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के लिए एंटीगुआ में कार्यवाही चल रही है और यह 5-6 साल तक और चलेगी.'
उन्होंने कहा, 'हम एंटीगुआन पुलिस की रिपोर्ट मांग रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आपने मुझे भारतीय मीडिया में लीक हुई एक रिपोर्ट सुनाई है, जो चोकसी के अपहरण और डोमिनिका ले जाने की बात का समर्थन करती है.'
चोकसी 23 मई को रात के खाने के लिए बाहर जाने के बाद एंटीगुआ से लापता हो गया था और जल्द ही डोमिनिका में पकड़ा गया था. भारत में प्रत्यर्पण से बचने के संभावित प्रयास में एंटीगुआ और बारबुडा से कथित रूप से भागने के बाद डोमिनिका में पुलिस द्वारा उस पर अवैध प्रवेश का आरोप लगाया गया था.
62 वर्षीय भगोड़ा 2018 में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में भारत में वांछित है.
ये भी पढ़ें : डोमिनिका कोर्ट ने चोकसी के मामले में सुनवाई 25 जून तक स्थगित की