लखनऊ: ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार की 'एक जिला- एक उत्पाद योजना' (ओडीओपी) के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस करार के तहत, योजना से जुड़े कारीगरों, बुनकरों और शिल्पियों को फ्लिपकार्ट समर्थ से जोड़ा जाएगा.
इस भागीदारी के तहत, उत्तर प्रदेश के कम सेवा-प्राप्त समुदायों को अपने विशिष्ट उत्पादों तथा शिल्पों को देशभर के लाखों उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की सुविधा मिलेगी.
फ्लिपकार्ट समर्थ इन कारीगरों को प्लेकटफार्म से जुड़ने में मदद देते हुए उन्हें मुफ्त कैटलॉगिंग, मार्केटिंग, एकाउंट मैनेजमेंट, बिज़नेस की जानकारी और वेयरहाउसिंग सपोर्ट प्रदान करेगा. यहा जारी एक वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव एमएसएमई एवं एक्सपोर्ट प्रमोशन नवनीत सहगल ने बताया कि, "एक जिला एक उत्पाद योजना को एमएसएमई को बढ़ावा देने के मकसद से पेश किया गया था और इसके जरिए उत्तर प्रदेश की विशिष्ट तथा मूल विरासत को भी प्रोत्साहन मिला. हमें पूरा भरोसा है कि फ्लिपकार्ट के साथ भागीदारी से राज्य में कारीगरों और एमएसएमई को अपना कारोबार आगे बढ़ाने तथा अपने कौशलों को राष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों तक ले जाने का अवसर मिलेगा."
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फ्लिपकार्ट ग्रुप के कॉपार्रेरेट मामलों के मुख्य अधिकारी रजनीश कुमार ने बताया, "हम ई-कॉमर्स के जरिए टैक्नोलॉजी और इनोवेशन की ताकत का इस्तेमाल करते हुए कारीगरों और शिल्पियों को अपनी संपूर्ण क्षमता का लाभ उठाने में मदद कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की कला और हस्तपशिल्प अब देशभर के 25 करोड़ से अधिक ग्राहकों तक उपलब्ध होगी."
फ्लिपकार्ट ने इससे पहले उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के साथ भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं ताकि फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस पर खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग उत्पादों को पेश कर बुनकरों तथा कारीगरों को लाभ दिलाया जा सके. इस भागीदारी के चलते, उत्तर प्रदेश की चिकनकारी, जरदोजी कारीगरी से तैयार वस्त्रों आदि को फ्लिपकार्ट प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया गया है.
(पीटीआई-भाषा)