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गणतंत्र दिवस परेड में वित्त मंत्रालय की झांकी, वित्तीय समावेश की उपलब्धियां दिखाई जायेंगी - गणतंत्र दिवस

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक, गणतंत्र दिवस की परेड में वित्तीय सेवा विभाग के अलावा उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय) और पोत परिवहन मंत्रालय भी हिस्सा लेंगे.

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गणतंत्र दिवस परेड में वित्त मंत्रालय की झांकी, वित्तीय समावेश की उपलब्धियां दिखाई जायेंगी
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Published : Jan 22, 2020, 8:05 PM IST

Updated : Feb 18, 2020, 12:55 AM IST

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार वित्त मंत्रालय की झांकी भी होगी. इस झांकी के जरिये मंत्रालय वित्तीय समावेशन अभियानों की सफलता को प्रदर्शित करेगा. रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के इस डिजाइन का चयन कर लिया है.

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक, गणतंत्र दिवस की परेड में वित्तीय सेवा विभाग के अलावा उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय) और पोत परिवहन मंत्रालय भी हिस्सा लेंगे.

वित्तीय सेवाओं तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अगस्त 2014 के बाद से तेजी से वित्तीय समावेशन कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. इसमें बैंक/बचत खाते खोलना, ऋण, बीमा और पेंशन जैसी सेवाएं शामिल हैं.

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत कुल 37.87 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिनमें 1.12 लाख करोड़ रुपये जमा है.

ये भी पढ़ें: मुंबई में 27 जनवरी से 24 घंटे खुल सकेंगी दुकानें और मॉल: आदित्य ठाकरे

विश्वबैंक ने ग्लोबल फिन्डेक्स रिपोर्ट 2017 में कहा कि 2014 में भारत में 53 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाते थे, जो कि 2017 में बढ़कर 80 प्रतिशत पर पहुंच गया. 2011 में मात्र 35 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाता था.

इसके अलावा, सरकार ने बीमा कवर से छूट गए लोगों का बीमा करने के लिए बीमा योजना की शुरुआत की. इसके तहत 2015 में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शुरू की गई.

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार वित्त मंत्रालय की झांकी भी होगी. इस झांकी के जरिये मंत्रालय वित्तीय समावेशन अभियानों की सफलता को प्रदर्शित करेगा. रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के इस डिजाइन का चयन कर लिया है.

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक, गणतंत्र दिवस की परेड में वित्तीय सेवा विभाग के अलावा उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय) और पोत परिवहन मंत्रालय भी हिस्सा लेंगे.

वित्तीय सेवाओं तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अगस्त 2014 के बाद से तेजी से वित्तीय समावेशन कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. इसमें बैंक/बचत खाते खोलना, ऋण, बीमा और पेंशन जैसी सेवाएं शामिल हैं.

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत कुल 37.87 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिनमें 1.12 लाख करोड़ रुपये जमा है.

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विश्वबैंक ने ग्लोबल फिन्डेक्स रिपोर्ट 2017 में कहा कि 2014 में भारत में 53 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाते थे, जो कि 2017 में बढ़कर 80 प्रतिशत पर पहुंच गया. 2011 में मात्र 35 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाता था.

इसके अलावा, सरकार ने बीमा कवर से छूट गए लोगों का बीमा करने के लिए बीमा योजना की शुरुआत की. इसके तहत 2015 में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शुरू की गई.

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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार वित्त मंत्रालय की झांकी भी होगी. इस झांकी के जरिये मंत्रालय वित्तीय समावेशन अभियानों की सफलता को प्रदर्शित करेगा. रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के इस डिजाइन का चयन कर लिया है.

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक, गणतंत्र दिवस की परेड में वित्तीय सेवा विभाग के अलावा उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय) और पोत परिवहन मंत्रालय भी हिस्सा लेंगे.

वित्तीय सेवाओं तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अगस्त 2014 के बाद से तेजी से वित्तीय समावेशन कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. इसमें बैंक/बचत खाते खोलना, ऋण, बीमा और पेंशन जैसी सेवाएं शामिल हैं.

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत कुल 37.87 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिनमें 1.12 लाख करोड़ रुपये जमा है.

विश्वबैंक ने ग्लोबल फिन्डेक्स रिपोर्ट 2017 में कहा कि 2014 में भारत में 53 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाते थे, जो कि 2017 में बढ़कर 80 प्रतिशत पर पहुंच गया. 2011 में मात्र 35 प्रतिशत व्यस्कों के पास बैंक खाता था.

इसके अलावा, सरकार ने बीमा कवर से छूट गए लोगों का बीमा करने के लिए बीमा योजना की शुरुआत की. इसके तहत 2015 में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शुरू की गई.

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Last Updated : Feb 18, 2020, 12:55 AM IST
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