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यूरोपीय संघ-ब्रिटेन की ब्रेक्जिट डील ऐतिहासिक तौर पर महत्वपूर्ण: मर्केल

जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि मुझे खुशी है कि यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के वार्ताकार एक समझौते पर पहुंच गए हैं और यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच भविष्य के संबंधों को स्पष्ट रूप से रेग्युलेट किया गया है. जर्मनी और यूरोपीय संघ के लिए हमेशा ब्रिटेन एक अहम पार्टनर बना रहेगा.

यूरोपीय संघ-ब्रिटेन की ब्रेक्जिट डील ऐतिहासिक तौर पर महत्वपूर्ण: मर्केल
यूरोपीय संघ-ब्रिटेन की ब्रेक्जिट डील ऐतिहासिक तौर पर महत्वपूर्ण: मर्केल
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Published : Dec 25, 2020, 4:25 PM IST

बर्लिन : जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्रिटेन के बीच हुई डील ऐतिहासिक महत्व की है. साथ ही उन्होंने कहा कि जर्मनी यह निर्णय करने के लिए जांच करेगा कि बर्लिन नतीजों का समर्थन करता है या नहीं.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक मर्केल ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "मुझे खुशी है कि यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के वार्ताकार एक समझौते पर पहुंच गए हैं और यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच भविष्य के संबंधों को स्पष्ट रूप से रेग्युलेट किया गया है. इसके साथ ही हम अपने रिश्ते के एक नए अध्याय के लिए आधार बना रहे हैं. जर्मनी और यूरोपीय संघ के लिए हमेशा ब्रिटेन एक अहम पार्टनर बना रहेगा."

मर्केल ने कहा कि जर्मनी की संघीय सरकार अब एग्रीमेंट की गहराई से जांच करेगी ताकि यह जान सके कि वह इस समझौते का समर्थन कर सकता है या नहीं. समझौता तब तक लागू नहीं हो सकता जब तक कि यूरोपीय संसद इसे मंजूरी नहीं देती.

वहीं जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने कहा, "हमने आखिरकार बातचीत को तय होते देखा है, लेकिन समझौते को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है."

ये भी पढ़ें: भारत-अमेरिका के बीच भागीदारी को और व्यापक बनाने का अवसर उपलब्ध करायेगा 2021

उन्होंने कहा, "डील को यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्य देशों और बाद में यूरोपीय संसद से मंजूरी मिलनी चाहिए. काउंसिल के प्रेसिडेंस के तौर पर इस एग्रीमेंट को 1 जनवरी 2021 से पहले लागू कराने को सुनिश्चित करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. मुझे भरोसा है कि इसमें सफलता मिलेगी."

बर्लिन : जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्रिटेन के बीच हुई डील ऐतिहासिक महत्व की है. साथ ही उन्होंने कहा कि जर्मनी यह निर्णय करने के लिए जांच करेगा कि बर्लिन नतीजों का समर्थन करता है या नहीं.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक मर्केल ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "मुझे खुशी है कि यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के वार्ताकार एक समझौते पर पहुंच गए हैं और यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बीच भविष्य के संबंधों को स्पष्ट रूप से रेग्युलेट किया गया है. इसके साथ ही हम अपने रिश्ते के एक नए अध्याय के लिए आधार बना रहे हैं. जर्मनी और यूरोपीय संघ के लिए हमेशा ब्रिटेन एक अहम पार्टनर बना रहेगा."

मर्केल ने कहा कि जर्मनी की संघीय सरकार अब एग्रीमेंट की गहराई से जांच करेगी ताकि यह जान सके कि वह इस समझौते का समर्थन कर सकता है या नहीं. समझौता तब तक लागू नहीं हो सकता जब तक कि यूरोपीय संसद इसे मंजूरी नहीं देती.

वहीं जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने कहा, "हमने आखिरकार बातचीत को तय होते देखा है, लेकिन समझौते को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है."

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उन्होंने कहा, "डील को यूरोपीय संघ के सभी 27 सदस्य देशों और बाद में यूरोपीय संसद से मंजूरी मिलनी चाहिए. काउंसिल के प्रेसिडेंस के तौर पर इस एग्रीमेंट को 1 जनवरी 2021 से पहले लागू कराने को सुनिश्चित करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. मुझे भरोसा है कि इसमें सफलता मिलेगी."

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