मुंबई: लॉकडाउन के बाद एक लंबे समय तक कोरोना वायरस संक्रमण के डर से उपभोक्ता ऑटो डीलरशिप से दूरी बना सकते हैं, यहां तक हो सकता है कि वे शॉपिंग मॉल और बाजार में भी न जाएं, जिसके चलते ऑटो बिक्री में गिरावट बनी रहने की आशंका है.
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रिसर्च की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण यात्री वाहन की बिक्री का आधा हिस्सा और दोपहिया वाहनों का एक तिहाई हिस्सा जोखिम में है.
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया कि यदि तीन मई को देशव्यापी लॉकडाउन को हटा लिया गया, तो भी ऑटो डीलरशिप पर सामान्य कामकाज इस बात पर निर्भर करेगा कि डीलरशिप हॉटस्पॉट के बाहर है या नहीं और इसके संचालन के लिए राज्य या जिला प्रशासन से आवश्यक मंजूरी मिली है या नहीं.
क्रिसिल के अनुसार जीडीपी वृद्धि दर के इस वित्त वर्ष में घटकर 1.8 प्रतिशत रह जाने का अनुमान है, इसलिए यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों की बिक्री के फिलहाल दबाव में रहने की आशंका है.
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क्रिसिल रिसर्च ने कहा कि अगर दोपहिया या यात्री वाहनों की अधिक बिक्री वाला कोई जिला महामारी से गंभीर रूप से प्रभावित होता है, तो इससे पूरे उद्योग की बिक्री प्रभावित होगी.
(पीटीआई-भाषा)