नई दिल्ली: कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन (सार्वजनिक पाबंदी) के दौरान टेलीमेडिसन सेवाओं का विस्तार हो रहा है।इस दौरान ऑनलाइन चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने वाली कंपनी लायब्रेट के ट्रैफिक में जहां 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. वहीं क्लाउड नाइन अस्पताल ने अपनी टेलीमेडिसन सेवा भी शुरू की है.
लायब्रेट ने एक बयान में कहा कि उसके मंच पर चिकित्सकों से परामर्श लेने के मामलों में पिछले दो हफ्तों में अचानक से 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. इसमें भी अधिकांश लोग वीडियो के माध्यम से परामर्श लेने पर जोर दे रहे हैं.
गौरतलब है कि सरकार ने देशभर में 21 दिन की सार्वजनिक पाबंदी 24 मार्च की मध्यरात्रि से घोषित की है.
लायब्रेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक सौरभ अरोड़ा ने कहा, "लोग सार्वजनिक पाबंदी के नियमों का पालन कर रहे हैं. इस संकट के समय वह चिकित्सकों से परामर्श के लिए ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं. देश में स्वास्थ्य सेवाओं की तत्काल मांग के चलते स्थिति को संभालना एक बेहद मुश्किल काम है. ऐसे में हमारे जैसे मंच इस बोझ को कम करने में सहायक हो सकते हैं."
उन्होंने कहा कि उनके मंच पर परामर्श लेने वाले मामलों की संख्या में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसमें भी प्रमुख मांग टियर-2 शहरों से बढ़ी है. मंच पर लोग सर्दी, ज़ुकाम, खांसी, फ्लू, क्लॉस्ट्रोफोबिया, जोड़ों में दर्द, पीठ दर्द, सिरदर्द, तनाव, डाइट, योगा आदि विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए वीडियो के जरिए डॉक्टर से परामर्श ले रहे हैं.
ये भी पढ़ें: मासिक किस्त भुकतान के मोबाइल संदेश पर कर्जदारों में तीन महीने की मोहलत को लेकर भ्रम
इसी बीच क्लाउड नाइन अस्पताल समूह ने भी मंगलवार को कहा कि उसने अपने सभी अस्पतालों में टेलीमेडिसन सेवा की शुरूआत कर दी है. टेलीमेडिसन से आशय फोन पर चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने से है.
समूह ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से बढ़ती स्वास्थ्य चिंताओं को देखते हुए उसने टेलीमेडिसन सेवा की शुरुआत की है.
समूह ने कहा कि टेलीमेडिसन की सुविधा उसके गुरुग्राम, नोएडा, चंडीगढ़, मुंबई, पुणे, बेंगलुरू और चेन्नई के सभी अस्पतालों में उपलब्ध होगी. समूह की यह स्वास्थ्य सेवा मोबाइल फोन पर उसकी 'इट्स अवर बेबी' एप के माध्यम से उपलब्ध होगी.
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के 1250 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और मरने वालों की संख्या 30 को पार कर चुकी है.
(पीटीआई-भाषा)