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प्याज के आंसू रो रहे आम आदमी, कीमत पहुंची 100 रूपये प्रति किलो

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Published : Nov 6, 2019, 6:03 PM IST

Updated : Nov 6, 2019, 7:33 PM IST

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपये किलो था, जो कि अब 80-100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. महाराष्ट्र जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद इसकी आपूर्ति पर असर पड़ा है.

प्याज के आंसू रो रहे आम आदमी, कीमत पहुंची 100 रूपये प्रति किलो

नई दिल्ली: सरकार के आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण रखने के कदमों के बावजूद देश में पिछले एक हफ्ते में प्याज का खुदरा मूल्य 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपये किलो पहुंच गया है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपये किलो था. महाराष्ट्र जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद इस सब्जी की आपूर्ति पर असर पड़ा है.

इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. आकंड़ों के मुताबिक, प्याज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है. नवंबर 2018 में खुदरा बाजार में प्याज का भाव 30-35 रुपये किलो था.

देश भर में रुला रहा है प्याज

दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य क्षेत्रों में भी प्याज की कीमतें बहुत अधिक हैं. पटना, पुणे, भोपाल, देहरादून और कानपुर समते देश के सभी हिस्सों में आम आदमी प्याज की बढ़ती कीमतों का असर अपनी जेब पर महसूस कर रहे हैं.

प्याज की बढ़ती कीमतों से आम आदमी बेहाल

उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार भले ही प्याज की कीमतों को मंडियों में 70-80 रुपये किलो तक होने की बात करे लेकिन बाजारों में यह 100 रुपये किलो तक बिक रहा है.

कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद आपूर्ति में व्यवधान के कारण देश के कई हिस्सों में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी पिछले एक महीने से अधिक समय तक जारी हैं.

ईटीवी भारत से बात करते हुए केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को कहा कि घरेलू उत्पादन में 30-40 प्रतिशत की गिरावट के कारण खुदरा बाजार में कीमतों में वृद्धि हुई है और सरकार मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए सभी कदम उठा रही है.

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान

उच्च कीमतों के मद्देनजर, पासवान ने अपने आवास पर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मांग, आपूर्ति और कीमतों की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान दोनों विभागों के सचिव उपस्थित थे.

निर्यात को रोककर आयात को बढ़ाया जा रहा

प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण बिगड़ी स्थिति को काबू में करने के लिए, सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाने सहित कई कदम उठाए हैं.

मंगलवार को अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान को भारत को प्याज की आपूर्ति की सुविधा देने के लिए कहा गया है.

इससे भारत में 80 कंटेनरों के तत्काल आयात और 100 समुद्रों में डायवर्जन की उम्मीद की जा रही है.

ये भी पढ़ें: लगातार नए कीर्तिमान रचता बाजार, सेंसेक्स 40,600 तो निफ्टी ने 12,000 का छूआ आंकड़ा

नई दिल्ली: सरकार के आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण रखने के कदमों के बावजूद देश में पिछले एक हफ्ते में प्याज का खुदरा मूल्य 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपये किलो पहुंच गया है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपये किलो था. महाराष्ट्र जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद इस सब्जी की आपूर्ति पर असर पड़ा है.

इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. आकंड़ों के मुताबिक, प्याज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है. नवंबर 2018 में खुदरा बाजार में प्याज का भाव 30-35 रुपये किलो था.

देश भर में रुला रहा है प्याज

दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य क्षेत्रों में भी प्याज की कीमतें बहुत अधिक हैं. पटना, पुणे, भोपाल, देहरादून और कानपुर समते देश के सभी हिस्सों में आम आदमी प्याज की बढ़ती कीमतों का असर अपनी जेब पर महसूस कर रहे हैं.

प्याज की बढ़ती कीमतों से आम आदमी बेहाल

उपभोक्ताओं का कहना है कि सरकार भले ही प्याज की कीमतों को मंडियों में 70-80 रुपये किलो तक होने की बात करे लेकिन बाजारों में यह 100 रुपये किलो तक बिक रहा है.

कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद आपूर्ति में व्यवधान के कारण देश के कई हिस्सों में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी पिछले एक महीने से अधिक समय तक जारी हैं.

ईटीवी भारत से बात करते हुए केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को कहा कि घरेलू उत्पादन में 30-40 प्रतिशत की गिरावट के कारण खुदरा बाजार में कीमतों में वृद्धि हुई है और सरकार मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए सभी कदम उठा रही है.

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान

उच्च कीमतों के मद्देनजर, पासवान ने अपने आवास पर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मांग, आपूर्ति और कीमतों की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान दोनों विभागों के सचिव उपस्थित थे.

निर्यात को रोककर आयात को बढ़ाया जा रहा

प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण बिगड़ी स्थिति को काबू में करने के लिए, सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाने सहित कई कदम उठाए हैं.

मंगलवार को अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान को भारत को प्याज की आपूर्ति की सुविधा देने के लिए कहा गया है.

इससे भारत में 80 कंटेनरों के तत्काल आयात और 100 समुद्रों में डायवर्जन की उम्मीद की जा रही है.

ये भी पढ़ें: लगातार नए कीर्तिमान रचता बाजार, सेंसेक्स 40,600 तो निफ्टी ने 12,000 का छूआ आंकड़ा

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नई दिल्ली: सरकार के आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण रखने के कदमों के बावजूद देश में पिछले एक हफ्ते में प्याज का खुदरा मूल्य 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपये किलो पहुंच गया है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपये किलो था. महाराष्ट्र जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद इस सब्जी की आपूर्ति पर असर पड़ा है.

इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। आकंड़ों के मुताबिक, प्याज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है. नवंबर 2018 में खुदरा बाजार में प्याज का भाव 30-35 रुपये किलो था.

दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य क्षेत्रों में भी प्याज की कीमतें बहुत अधिक हैं.

कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?

महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के बाद आपूर्ति में व्यवधान के कारण देश के कई हिस्सों में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी पिछले एक महीने से अधिक समय तक जारी हैं.

केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बुधवार को कहा कि घरेलू उत्पादन में 30-40 प्रतिशत की गिरावट के कारण खुदरा बाजार में कीमतों में वृद्धि हुई है और सरकार मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए सभी कदम उठा रही है.

उच्च कीमतों के मद्देनजर, पासवान ने अपने आवास पर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मांग, आपूर्ति और कीमतों की स्थिति की समीक्षा की. इस दौरान दोनों विभागों के सचिव उपस्थित थे.

निर्यात को रोककर आयात को बढ़ाया जा रहा

प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण बिगड़ी स्थिति को काबू में करने के लिए, सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाने सहित कई कदम उठाए हैं.

मंगलवार को अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान को भारत को प्याज की आपूर्ति की सुविधा देने के लिए कहा गया है.

इससे भारत में 80 कंटेनरों के तत्काल आयात और 100 समुद्रों में डायवर्जन की उम्मीद की जा रही है.

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Last Updated : Nov 6, 2019, 7:33 PM IST
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