ETV Bharat / business

ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से आठ जनवरी को बैंक सेवायें हो सकतीं हैं प्रभावित

author img

By

Published : Jan 7, 2020, 3:55 PM IST

Updated : Jan 7, 2020, 4:59 PM IST

अधिकांश बैंकों ने 8 जनवरी की हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके प्रभाव के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को पहले ही सूचित कर दिया है.

business news, banking service, central trade unions, Banking services may be hit , कारोबार न्यूज, ट्रेड यूनियनों की हड़ताल , बैंकिंग सेवाएं
ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के चलते बुधवार को प्रभाविच रह सकती हैं बैंकिंग सेवाएं

नई दिल्ली: 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत देशव्यापी हड़ताल के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बैंकिंग सेवाओं के बुधवार को प्रभावित होने की संभावना है.

अधिकांश बैंकों ने 8 जनवरी की हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके प्रभाव के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को पहले ही सूचित कर दिया है.

एआईबीईए, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओए), बीईएफएल, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ (बीकेएसएम) सहित विभिन्न बैंक कर्मचारी संघों ने हड़ताल में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की है.

हड़ताल के कारण जमा और निकासी, चेक क्लियरिंग और इंस्ट्रूमेंट जारी करने जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है.

हालांकि, निजी क्षेत्र के बैंकों की सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना नहीं है.

सरकार की "जनविरोधी" नीतियों के विरोध में बुधवार को अखिल भारतीय हड़ताल में लगभग 25 करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है.

ये भी पढ़ें: आरकॉम को 104 करोड़ रुपये लौटने के टीडीसैट के आदेश को चुनौती देने वाली केंद्र की याचिका खारिज

ट्रेड यूनियनों आईएनटीआईटी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रीय स्वतंत्र महासंघों और संघों ने 8 जनवरी, 2020 को देशव्यापी हड़ताल पर जाने के लिए पिछले सितंबर में एक घोषणा को अपनाया था.

एक संयुक्त बयान में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कहा, "श्रम मंत्रालय श्रमिकों की किसी भी मांग को आश्वस्त करने में विफल रहा है, जो 2 जनवरी, 2020 को एक बैठक बुलाई गई थी. सरकार का रवैया श्रम के प्रति अवमानना ​​का है क्योंकि हम अपनी नीतियों और कार्यों से विवश हैं."

नई दिल्ली: 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत देशव्यापी हड़ताल के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बैंकिंग सेवाओं के बुधवार को प्रभावित होने की संभावना है.

अधिकांश बैंकों ने 8 जनवरी की हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके प्रभाव के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को पहले ही सूचित कर दिया है.

एआईबीईए, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओए), बीईएफएल, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ (बीकेएसएम) सहित विभिन्न बैंक कर्मचारी संघों ने हड़ताल में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की है.

हड़ताल के कारण जमा और निकासी, चेक क्लियरिंग और इंस्ट्रूमेंट जारी करने जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है.

हालांकि, निजी क्षेत्र के बैंकों की सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना नहीं है.

सरकार की "जनविरोधी" नीतियों के विरोध में बुधवार को अखिल भारतीय हड़ताल में लगभग 25 करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है.

ये भी पढ़ें: आरकॉम को 104 करोड़ रुपये लौटने के टीडीसैट के आदेश को चुनौती देने वाली केंद्र की याचिका खारिज

ट्रेड यूनियनों आईएनटीआईटी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रीय स्वतंत्र महासंघों और संघों ने 8 जनवरी, 2020 को देशव्यापी हड़ताल पर जाने के लिए पिछले सितंबर में एक घोषणा को अपनाया था.

एक संयुक्त बयान में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कहा, "श्रम मंत्रालय श्रमिकों की किसी भी मांग को आश्वस्त करने में विफल रहा है, जो 2 जनवरी, 2020 को एक बैठक बुलाई गई थी. सरकार का रवैया श्रम के प्रति अवमानना ​​का है क्योंकि हम अपनी नीतियों और कार्यों से विवश हैं."

Intro:Body:

नई दिल्ली: 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत देशव्यापी हड़ताल के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बैंकिंग सेवाओं के बुधवार को प्रभावित होने की संभावना है.

अधिकांश बैंकों ने 8 जनवरी की हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके प्रभाव के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को पहले ही सूचित कर दिया है.

एआईबीईए, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओए), बीईएफएल, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ (बीकेएसएम) सहित विभिन्न बैंक कर्मचारी संघों ने हड़ताल में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की है.

हड़ताल के कारण जमा और निकासी, चेक क्लियरिंग और इंस्ट्रूमेंट जारी करने जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है.

हालांकि, निजी क्षेत्र के बैंकों की सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना नहीं है.

सरकार की "जनविरोधी" नीतियों के विरोध में बुधवार को अखिल भारतीय हड़ताल में लगभग 25 करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है.



ट्रेड यूनियनों आईएनटीआईटी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रीय स्वतंत्र महासंघों और संघों ने 8 जनवरी, 2020 को देशव्यापी हड़ताल पर जाने के लिए पिछले सितंबर में एक घोषणा को अपनाया था.

एक संयुक्त बयान में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कहा, "श्रम मंत्रालय श्रमिकों की किसी भी मांग को आश्वस्त करने में विफल रहा है, जो 2 जनवरी, 2020 को एक बैठक बुलाई गई थी. सरकार का रवैया श्रम के प्रति अवमानना ​​का है क्योंकि हम अपनी नीतियों और कार्यों से विवश हैं."

ये भी पढ़ें:


Conclusion:
Last Updated : Jan 7, 2020, 4:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.