मुंबई: चालू वित्त वर्ष में पहली बार बैंकों द्वारा दिए गए ऋण की वृद्धि दर 10 प्रतिशत से नीचे आ गई है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 27 सितंबर को समाप्त पखवाड़े में बैंकों के ऋण की वृद्धि घटकर 8.79 प्रतिशत रह गई. इस अवधि में बैंकों का ऋण 97.71 लाख करोड़ रुपये रहा.
एक साल पहले समान पखवाड़े में बैंकों का ऋण 89.82 लाख करोड़ रुपये रहा था. इससे पिछले यानी 14 सितंबर को समाप्त पखवाड़े में बैंकों का ऋण 10.26 प्रतिशत बढ़कर 97.01 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा था. रिजर्व बैंक के अनुसार इस अवधि में बैंकों के जमा की वृद्धि भी घटी है.
समीक्षाधीन पखवाड़े में बैंकों का जमा 9.38 प्रतिशत बढ़कर 129.06 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. एक साल पहले समान पखवाड़े में बैंकों का जमा 118 लाख करोड़ रुपये था. बैंकों का जमा 13 सितंबर को समाप्त पखवाड़े में 10.02 प्रतिशत बढ़ा था.
सालाना आधार पर गैर खाद्य ऋण की वृद्धि अगस्त, 2019 में घटकर 9.8 प्रतिशत रह गई. यह अगस्त, 2018 में 12.4 प्रतिशत थी. अगस्त में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए ऋण की वृद्धि 6.8 प्रतिशत रही जो इससे पिछले साल समान महीने में 6.6 प्रतिशत थी.
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सेवा क्षेत्र को ऋण की वृद्धि अगस्त में 26.7 प्रतिशत से घटकर 13.3 प्रतिशत रह गई. व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि अगस्त में घटकर 15.6 प्रतिशत रही, जो अगस्त, 2018 में 18.2 प्रतिशत थी. हालांकि, इस दौरान उद्योग को ऋण की वृद्धि दोगुना होकर 3.9 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो अगस्त, 2018 में 1.9 प्रतिशत थी.