वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका दवाओं एवं चिकित्सा आपूर्ति के लिए चीन तथा अन्य देशों पर अपनी निर्भरता खत्म करेगा. उन्होंने कहा कि घातक कोरोना वायरस फैलाकर बीजिंग ने अमेरिका और दुनिया को जो घाव दिया है, उसकी कीमत उसे चुकानी होगी.
ट्रंप और कई देशों के नेताओं ने चीन पर जानलेवा बीमारी की जानकारी देने में पारदर्शिता न बरतने का आरोप लगाया है जिससे दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई और आर्थिक संकट पैदा हुआ. बहरहाल चीन ने अमेरिका के आरोपों को खारिज किया और अमेरिका पर यह कहकर जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया कि यह वायरस वुहान में एक विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला से पैदा हुआ.
ये भी पढ़ें- त्योहारी सीजन में ₹90 हजार तक उछलेगी चांदी, सोना बनेगा ₹60 हजारी!
ट्रंप ने व्हर्लपूल के विनिर्माण संयंत्र का दौरा करने के लिए ओहायो जाने से पहले बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, "चीन ने जो किया वह भयानक है. चाहे वह इसे रोकने में असक्षम था या उसने जानबूझकर यह किया लेकिन यह भयानक चीज है न केवल अमेरिका के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए. बहुत भयानक चीज."
उन्होंने कहा कि बीजिंग ने कोरोना वायरस फैलाकर अमेरिका और दुनिया को जो घाव दिया है, उसकी कीमत उसे अदा करनी पड़ेगी. ओहाया में कामगारों को संबोधित करने के बाद ट्रंप ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती ओबामा-बाइडेन प्रशासन चीन को जीतने देने में पूरी तरह खुश था.
राष्ट्रपति ने कहा, "अगले चार वर्षों में हम दवा और चिकित्सा आपूर्ति श्रृंखला को अपने देश में लाएंगे और चीन तथा अन्य" विदेशी देशों पर निर्भरता खत्म करेंगे. उन्होंने कहा कि जैसा कि इस वैश्विक महामारी में देखने को मिला है, उस हिसाब से अमेरिका को आवश्यक उपकरणों, सामान और दवाओं का खुद उत्पादन करना होगा. उन्होंने अमेरिकी कामगारों से हर हथकंडे का इस्तेमाल कर नौकरियों तथा कारखानों को वापस देश में लाने का वादा किया.
(पीटीआई-भाषा)