नई दिल्ली: अमेरिकी ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन डॉट कॉम इंक ने फ्यूचर समूह को रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 24,713 करोड़ रुपये का सौदा करने को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है. कंपनी का आरोप है कि संपत्ति हस्तांतरण का यह सौदा फ्यूचर समूह के उसके साथ किए गये समझौते का उल्लंघन है.
अमेजन के प्रवक्ता ने कहा, "हमने अपने अनुबंधीय अधिकारों के अनुपालन के लिए कदम उठाए हैं. मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते."
अमेजन ने पिछले साल फ्यूचर समूह की गैर-सूचीबद्ध कंपनी फ्यूचर कूपन्स लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. सौदे में कंपनी ने समूह की प्रमुख कंपनी फ्यूचर रिटेल में तीन से 10 साल की अवधि के बाद हिस्सेदारी खरीदने के अधिकार हासिल किए थे. फ्यूचर रिटेल में फ्यूचर कूपन्स की 7.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
इस साल अगस्त में फ्यूचर समूह ने अपने खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक और भंडारण इकाइयां रिलायंस समूह को बेचने का सौदा कर लिया. इस सौदे को अभी नियामकीय मंजूरी मिलनी बाकी है. इस मामले में फ्यूचर समूह को सलाह देने वाले एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा कि फ्यूचर कूपन्स को अमेजन से कानूनी नोटिस मिला है.
सूत्र ने जानकारी दी कि किशोर बियानी के नेतृत्व वाला फ्यूचर समूह मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से बीच- बचाव अथवा मध्यस्थता के जरिये सुलझाना चाहता है. इस बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और फ्यूचर समूह को भेजे गये ई-मेल का कोई जवाब नहीं मिला है.
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फ्यूचर समूह को यह नोटिस ऐसे समय मिला है जब देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड कोष जुटाने में लगी है.
पिछले चार हफ्ते से भी कम समय में कंपनी ने सिल्वरलेक, केकेआर, जनरल एटलांटिक, जीआईसी, टीपीजी, मुबाडाला और एडीआईए से 37,700 करोड़ रुपये जुटाए हैं. रिलायंस रिटेल की मौजूदगी देश के करीब 7,000 शहर-कस्बों में है.
(पीटीआई-भाषा)