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भारत से बाहर म्यामां में पहला कंटेनर टर्मिनल स्थापित करेगी अडाणी पोर्टस

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Published : May 23, 2019, 5:12 PM IST

यह परियोजना दो चरण में पूरी की जानी है. परियोजना के पहले चरण का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और यह जून 2021 में पूरा होगा.

भारत से बाहर म्यामां में पहला कंटेनर टर्मिनल स्थापित करेगी अडाणी पोर्टस

नई दिल्ली: अडाणी पोर्टस एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) देश से बाहर म्यामां में अपना पहला कंटेनर टर्मिनल स्थापित करेगी. इस पर 29 करोड़ डॉलर या 2,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. कंपनी ने बृहस्पतिवार को म्यामां के यंगून बंदरगाह पर कंटेनर टर्मिनल के विकास एवं परिचालन के करार पर दस्तखत किए.

यह परियोजना दो चरण में पूरी की जानी है. परियोजना के पहले चरण का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और यह जून 2021 में पूरा होगा.

ये भी पढ़ें: जीएसटीएन ने जारी किया रिटर्न भरने की सरल प्रणाली का नमूना

एपीएसईजेड ने बयान में कहा, "दो चरणों की कुल परियोजना लागत 27.5 करोड़ से 29 करोड़ डॉलर बैठेगी. यह निवेश एपीएसईजेड की दक्षिणपूर्व एशिया में अपने पैर पसारने तथा कंटेनर टर्मिनल नेटवर्क के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है."

अडाणी ग्रुप की लॉजिस्टिक्स इकाई एपीएसईजेड ने कहा कि टर्मिनल का एकीकरण भारत के पूर्वी और दक्षिणी तट पर एपीएसईजेड बंदरगाहों-टर्मिनलों के साथ किया जाएगा. बनाओ, चलाओ, स्थानांतरित करो (बीओटी) आधार पर किया गया यह करार 50 साल के लिए है और इसे दो बार दस-दस साल का विस्तार दिया जा सकता है.

नई दिल्ली: अडाणी पोर्टस एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) देश से बाहर म्यामां में अपना पहला कंटेनर टर्मिनल स्थापित करेगी. इस पर 29 करोड़ डॉलर या 2,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. कंपनी ने बृहस्पतिवार को म्यामां के यंगून बंदरगाह पर कंटेनर टर्मिनल के विकास एवं परिचालन के करार पर दस्तखत किए.

यह परियोजना दो चरण में पूरी की जानी है. परियोजना के पहले चरण का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और यह जून 2021 में पूरा होगा.

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एपीएसईजेड ने बयान में कहा, "दो चरणों की कुल परियोजना लागत 27.5 करोड़ से 29 करोड़ डॉलर बैठेगी. यह निवेश एपीएसईजेड की दक्षिणपूर्व एशिया में अपने पैर पसारने तथा कंटेनर टर्मिनल नेटवर्क के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है."

अडाणी ग्रुप की लॉजिस्टिक्स इकाई एपीएसईजेड ने कहा कि टर्मिनल का एकीकरण भारत के पूर्वी और दक्षिणी तट पर एपीएसईजेड बंदरगाहों-टर्मिनलों के साथ किया जाएगा. बनाओ, चलाओ, स्थानांतरित करो (बीओटी) आधार पर किया गया यह करार 50 साल के लिए है और इसे दो बार दस-दस साल का विस्तार दिया जा सकता है.

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नई दिल्ली: अडाणी पोर्टस एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) देश से बाहर म्यामां में अपना पहला कंटेनर टर्मिनल स्थापित करेगी. इस पर 29 करोड़ डॉलर या 2,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. कंपनी ने बृहस्पतिवार को म्यामां के यंगून बंदरगाह पर कंटेनर टर्मिनल के विकास एवं परिचालन के करार पर दस्तखत किए.

यह परियोजना दो चरण में पूरी की जानी है. परियोजना के पहले चरण का निर्माण अगले महीने शुरू होगा और यह जून 2021 में पूरा होगा.

एपीएसईजेड ने बयान में कहा, "दो चरणों की कुल परियोजना लागत 27.5 करोड़ से 29 करोड़ डॉलर बैठेगी. यह निवेश एपीएसईजेड की दक्षिणपूर्व एशिया में अपने पैर पसारने तथा कंटेनर टर्मिनल नेटवर्क के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है."

अडाणी ग्रुप की लॉजिस्टिक्स इकाई एपीएसईजेड ने कहा कि टर्मिनल का एकीकरण भारत के पूर्वी और दक्षिणी तट पर एपीएसईजेड बंदरगाहों-टर्मिनलों के साथ किया जाएगा. बनाओ, चलाओ, स्थानांतरित करो (बीओटी) आधार पर किया गया यह करार 50 साल के लिए है और इसे दो बार दस-दस साल का विस्तार दिया जा सकता है.

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