बेंगलुरू : इस साल की पहली तिमाही में ऑनलाइन लेनदेन में 76 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. 2020 में समान अवधि की तुलना में इस वर्ष की पहली तिमाही में यह बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस दौरान टियर 2 और टियर 3 शहरों एवं कस्बों में सभी ऑनलाइन लेनदेन में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान जारी रहा. एक नई रिपोर्ट ने सोमवार को यह दावा किया गया है.
2020 में महामारी के कारण भारी गिरावट के बाद, यात्रा उद्योग में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि अचल संपत्ति (रियल इस्टेट) में इस वर्ष के पहले तीन महीनों में 69 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है.
पर्यटन के खुलने के साथ, जम्मू-कश्मीर ने पहली बार शीर्ष 10 डिजिटल रूप से समावेशी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में स्थान बनाया है. जम्मू-कश्मीर ने जनवरी-मार्च अवधि में ऑनलाइन लेनदेन में 36 प्रतिशत की वृद्धि के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों से ऊपर रैंकिंग पाई है.
फुल-स्टैक फाइनेंशियल सॉल्यूशंस कंपनी राजोरपे द्वारा अपनी 'द एरा ऑफ राइजिंग फिनटेक' रिपोर्ट में पेश किए गए आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है.
भुगतान विकल्प जैसे कि बाय नाऊ पे लेटर (बीएनपीएल) में पिछले 12 महीनों में 569 प्रतिशत की तेजी देखी गई है. उपभोक्ताओं की ओर से थोक भुगतान से बचने वाले और किफायती भुगतान मोड को तरजीह देने के साथ यह तेजी देखी गई है.
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यूपीआई भुगतान को दी जाने वाली तवज्जो जारी है, जिसके बाद डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और नेटबैंकिंग का नंबर आता है.
राजोरपे में एसएमई कारोबार के प्रमुख वेदनारायण वेदांथम ने एक बयान में कहा, 'इस डिजिटल अडॉप्शन का 50 प्रतिशत से अधिक फिलहाल टियर 2 और टियर 3 शहरों से आ रहा है, जो दर्शाता है कि यह महज एक शहरी तथ्य नहीं है. छोटे व्यवसाय नए भुगतान के तरीके प्रदान कर रहे हैं और एक व्यापक ग्राहक आधार तक पहुंच रहे हैं, जो भौगोलिक सीमाओं को पार करता है.'
पिछले कुछ महीनों में उपभोक्ता तेजी से ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं और एफएंडबी उद्योग में जनवरी से मार्च तक 69 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है, 'स्कूल, कॉलेजों और ऑनलाइन शिक्षण संस्थानों ने तेजी से फीस और वेतन भुगतान के लिए ऑनलाइन भुगतान स्वीकार किया है, जो कि ऑनलाइन लेनदेन में 40 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.'