नई दिल्ली: उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के प्रयास के तहत निजी व्यापारी पहले ही 7,000 टन प्याज का आयात कर चुके हैं जबकि 25,000 टन दिवाली से पहले आने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि निजी व्यापारी प्याज मिस्र, अफगानिस्तान और तुर्की जैसे देशों से मंगा रहे हैं. सहकारी एजेंसी नाफेड भी आयात करेगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा स्थानीय आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को काबू में रखने के लिये भूटान से 30,000 टन आलू का आयात किया जा रहा है.
गोयल ने डिजिटल तरीके से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "प्याज का खुदरा मूल्य पिछले तीन दिनों से 65 रुपये किलो पर स्थिर है. सरकार ने बढ़ती कीमतों पर लागू लगाने के लिये कई कदम उठाये हैं. समय पर निर्यात पर पाबंदी लगायी और आयात के लिये पहल की गयी."
उन्होंने कहा कि सरकार ने दिसंबर तक प्याज के आयात पर धूम्र-शोधन (फ्यूमिगेशन) की शर्तों में ढील दी है. अबक 7,000 टन प्याज निजी व्यापारियों ने आयात किये हैं.
मंत्री ने कहा, "इसके अलावा 25,000 टन प्याज दिवाली से पहले आने की उम्मीद है. आयात के अलावा मंडियों में अगले महीने नई खरीफ फसल की आवक शुरू होने से आपूर्ति स्थिति सुधरेगी और कीमतों पर दबाव कम होगा."
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गोयल ने कहा कि सरकार ने प्याज के आयात को लेकर 'फ्यूमिगेशन' नियमों में ढील दी है. साथ ही प्याज के बीजों के निर्यात को प्रतिबंधित किया गया है. इसके अलावा जमाखोरी रोकने के लिये व्यापारियों पर भंडार सीमा लगाये गये हैं. सरकार की तरफ से बफर स्टॉक रखने वाला नाफेड खुले बाजार में बिक्री कर रहा है.
अबतक नाफेड ने 36,488 टन प्याज की बिक्री की है. आलू के मामले में गोयल ने कहा कि सब्जी की कीमत बढ़ रही है और अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 42 रुपये किलो पर पिछले तीनों दिनों से स्थिर बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार ने आलू के आयात के लिये कदम उठाये हैं. करीब 30,000 टन आलू भूटान से अगले दो-तीन दिनों में आ जाएगा.
मंत्री ने कहा, "हम करीब 10 लाख टन आलू का आयात कर रहे हैं और कीमतों को काबू में रखने के प्रबंध किए जा रहे हैं."