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आरटीआई: पीएसयू बैंकों में हुई 31 हजार करोड़ की धोखाधड़ी, एसबीआई में सबसे ज्यादा हुए बैंकिंग फ्रॉड

रिजर्व बैंक में जानकारी में बताया है की वर्तमान वित्तीय वर्ष की तिमाही में कुल 18 बैंक में 2,480 फ्रॉड के केस रजिस्टर्ड हुए है. जिसमें कुल 31 हजार 898.63 करोड़ की राशि शामिल है.

पहली तिमाही में 18 सरकारी बैंकों में 31,898.63 करोड़ की फ्रॉड के मामले: आरटीआई
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Published : Sep 11, 2019, 1:56 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 5:36 AM IST

इंदौर: सूचना के अधिकार (आरटीआई) से खुलासा हुआ है कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के 18 बैंकों में कुल 31,898.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 2,480 मामले सामने आये हैं.

जानकारी देते आरटीआई कार्यकर्ता

मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में धोखाधड़ी के यह मामले सामने आये.

बैंक का नाम फ्रॉड मामले राशि (करोड़ रु. में)
इलाहाबाद बैंक 381 2,855.46
आंध्रा बैंक 23 136.12
बैंक ऑफ बड़ौदा 75 2,297.05
बैंक ऑफ इंडिया 42 517.31
बैंक ऑफ महाराष्ट्र 85 253.25
केनरा बैंक 69 2,035.88
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 194 1,982.11
कॉरपोरेशन बैंक 16 960.88
इंडियन बैंक 37 37.53
इंडियन ओवरसीज बैंक 46 934.92
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 45 2,133.08
पंजाब एंड सिंध बैंक 1 0.2
पंजाब नेशनल बैंक 99 2,526.55
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 1197 12,012.77
सिंडिकेट बैंक 54 795.80
यूको बैंक 34 470.15
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 51 753.48
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया 31 1,196.81
कुल 2480 31,898.59

देश का शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) इस अवधि में धोखाधड़ी का सबसे बड़ा शिकार बना, क्योंकि इसमें से करीब 38 प्रतिशत धनराशि से जुड़े मामले केवल इसी बैंक की ओर से जाहिर किये गये हैं.

मध्य प्रदेश के नीमच निवासी आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक अधिकारी ने उन्हें यह जानकारी दी है.

आरटीआई के तहत गौड़ को भेजे गये जवाब से पता चलता है कि 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में एसबीआई में धोखाधड़ी के 1,197 मामलों का पता चला जो कुल 12,012.77 करोड़ रुपये की राशि से संबंधित थे.

ये भी पढ़ें- रिजर्व बैंक ने दृष्टिबाधितों के लिए एप बनाने के लिए कंपनी का चयन किया

इस अवधि के दौरान बैंकिंग छल की जद में आयी सर्वाधिक धनराशि के पैमाने पर इलाहाबाद बैंक दूसरे स्थान पर रहा. पंजाब नेशनल बैंक इस सूची में तीसरे पायदान पर रहा.

बहरहाल, आरबीआई की ओर से आरटीआई के तहत मुहैया करायी गयी जानकारी में बैंकिंग धोखाधड़ी की प्रकृति और इस छल के शिकार बैंक या उसके ग्राहकों को हुए नुकसान का विशिष्ट ब्योरा नहीं दिया गया है.

आरटीआई अर्जी में गौड़ के एक सवाल पर आरबीआई ने कहा कि उसके पास इसके आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं कि आलोच्य अवधि में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में धोखाधड़ी के मामलों में कुल कितनी राशि का नुकसान हुआ.

ये भी पढ़ें- दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल, एमटीएनएल से अपने कर्मियों को वापस बुलाने को कहा

रिजर्व बैंक में जानकारी में बताया है की वर्तमान वित्तीय वर्ष की तिमाही में कुल 18 बैंक में 2,480 फ्रॉड के केस रजिस्टर्ड हुए है. जिसमे कुल 31 हजार 898.63 करोड़ की राशि शामिल है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक में ज्यादा फ्रॉड केस हुए है.

इंदौर: सूचना के अधिकार (आरटीआई) से खुलासा हुआ है कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के 18 बैंकों में कुल 31,898.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 2,480 मामले सामने आये हैं.

जानकारी देते आरटीआई कार्यकर्ता

मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में धोखाधड़ी के यह मामले सामने आये.

बैंक का नाम फ्रॉड मामले राशि (करोड़ रु. में)
इलाहाबाद बैंक 381 2,855.46
आंध्रा बैंक 23 136.12
बैंक ऑफ बड़ौदा 75 2,297.05
बैंक ऑफ इंडिया 42 517.31
बैंक ऑफ महाराष्ट्र 85 253.25
केनरा बैंक 69 2,035.88
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 194 1,982.11
कॉरपोरेशन बैंक 16 960.88
इंडियन बैंक 37 37.53
इंडियन ओवरसीज बैंक 46 934.92
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 45 2,133.08
पंजाब एंड सिंध बैंक 1 0.2
पंजाब नेशनल बैंक 99 2,526.55
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 1197 12,012.77
सिंडिकेट बैंक 54 795.80
यूको बैंक 34 470.15
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 51 753.48
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया 31 1,196.81
कुल 2480 31,898.59

देश का शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) इस अवधि में धोखाधड़ी का सबसे बड़ा शिकार बना, क्योंकि इसमें से करीब 38 प्रतिशत धनराशि से जुड़े मामले केवल इसी बैंक की ओर से जाहिर किये गये हैं.

मध्य प्रदेश के नीमच निवासी आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक अधिकारी ने उन्हें यह जानकारी दी है.

आरटीआई के तहत गौड़ को भेजे गये जवाब से पता चलता है कि 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में एसबीआई में धोखाधड़ी के 1,197 मामलों का पता चला जो कुल 12,012.77 करोड़ रुपये की राशि से संबंधित थे.

ये भी पढ़ें- रिजर्व बैंक ने दृष्टिबाधितों के लिए एप बनाने के लिए कंपनी का चयन किया

इस अवधि के दौरान बैंकिंग छल की जद में आयी सर्वाधिक धनराशि के पैमाने पर इलाहाबाद बैंक दूसरे स्थान पर रहा. पंजाब नेशनल बैंक इस सूची में तीसरे पायदान पर रहा.

बहरहाल, आरबीआई की ओर से आरटीआई के तहत मुहैया करायी गयी जानकारी में बैंकिंग धोखाधड़ी की प्रकृति और इस छल के शिकार बैंक या उसके ग्राहकों को हुए नुकसान का विशिष्ट ब्योरा नहीं दिया गया है.

आरटीआई अर्जी में गौड़ के एक सवाल पर आरबीआई ने कहा कि उसके पास इसके आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं कि आलोच्य अवधि में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में धोखाधड़ी के मामलों में कुल कितनी राशि का नुकसान हुआ.

ये भी पढ़ें- दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल, एमटीएनएल से अपने कर्मियों को वापस बुलाने को कहा

रिजर्व बैंक में जानकारी में बताया है की वर्तमान वित्तीय वर्ष की तिमाही में कुल 18 बैंक में 2,480 फ्रॉड के केस रजिस्टर्ड हुए है. जिसमे कुल 31 हजार 898.63 करोड़ की राशि शामिल है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, इलाहाबाद बैंक में ज्यादा फ्रॉड केस हुए है.

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Last Updated : Sep 30, 2019, 5:36 AM IST
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