नई दिल्ली : वीएफएस ग्लोबल के अनुसार जालंधर और चंडीगढ़ जैसे मझोले शहरों (टायर-2) से वीजा आवेदन में 2018 में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है. सरकारों तथा राजनयिक मिशन के लिये काम करने वाली दुनिया की प्रमुख आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि भारत से विदेश जाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी में मझोले शहरों का अच्छा खासा योगदान है.
पिछले साल मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरू के अलावा अहमदाबाद (32 प्रतिशत) और पुणे (20 प्रतिशत) में अच्छी वृद्धि देखी गयी. कंपनी के अनुसार इन शहरों के अलावा जिन अन्य मझोले शहरों में सालाना आधार पर अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी उसमें जालंधर (66 प्रतिशत), चंडीगढ़ (54 प्रतिशत), पुडेचेरी (43 प्रतिशत) तथा गोवा (45 प्रतिशत) शामिल हैं.
वीएफएस ग्लोबल ने कहा कि भारत में पिछले साल 52.8 लाख वीजा आवेदनों का प्रसंस्करण किया गया जो इससे पिछले साल के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है. हालांकि वैश्विक स्तर पर वीजा आवेदनों में 16 प्रतिशत बढ़ोतरी के मुकाबले यह कम है.
वीएफएस ग्लोबल के क्षेत्रीय समूह के मुख्य परिचालन अधिकारी (पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया तथा चीन) विनय मल्होत्रा ने बयान में कहा, "भारत से हर साल वीजा आवेदनकर्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी यह बताता है कि विदेश यात्रा अब केवल कुछ गिने-चुने लोगों तक सीमित नहीं है. इसमें भी वृद्धि का बड़ा हिस्सा छोटे शहरों से आ रहा है."
कंपनी के विदेश यात्रा के मामले में दक्षिण एशिया प्रमुख बाजार के रूप में उभरा है. ज्यादातर आवेदन इन्हीं क्षेत्रों से आये। संख्या के आधार पर देखा जाए तो वीएफएस ग्लोबल ने 2018 में 2.67 करोड़ आवेदनों का प्रसंस्करण किया जो पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत अधिक है. इसमें दक्षिण एशिया की हिस्सेदारी 58 लाख, पश्चिम एशिया की 44.7 प्रतिशत तथा चीन की हिस्सेदारी 44.6 लाख रही.
कंपनी के अनुसार उभरते देशों में जापान, तुर्की, चेक गणराज्य तथा एस्तोनिया में वीजा आवेदनों की संख्या में पिछले साल उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गयी. वीएफएस ग्लोबल के भारत समेत 143 देशों में 2,997 आवेदन केंद्र हैं. भारत में इसके 17 शहरों में वीजा आवेदन केंद्र हैं.
(भाषा)
पढ़ें : जीएसटी परिषद ने दी बड़ी राहत, किफायती और अंडर-कंस्ट्रक्शन हाउसिंग प्रॉपर्टीज पर घटाई दरें