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जून में थोक मुद्रास्फीति घटकर 2.02 प्रतिशत पर, दो साल का न्यूनतम स्तर

थोक मूल्‍य सूचकांक (डब्‍ल्‍यूपीआई) आधारित मुद्रास्‍फीति मई में 2.45 प्रतिशत रही थी. खाद्य वस्तुओं की थोक महंगाई दर मामूली कमी के साथ जून में 6.98 प्रतिशत के स्तर पर रही, जो मई में 6.99 प्रतिशत पर थी.

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Published : Jul 15, 2019, 12:10 PM IST

Updated : Jul 15, 2019, 2:39 PM IST

देश की थोक महंगाई जून में बढ़कर 2.02 फीसदी हुई

नई दिल्ली: थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जून में घटकर पिछले 23 महीनों के निम्न स्तर 2.02 प्रतिशत पर आ गयी. सब्जियों, ईंधन और बिजली से जुड़े सामानों की कीमतों में कमी के कारण थोक महंगाई दर में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई.

थोक मूल्‍य सूचकांक (डब्‍ल्‍यूपीआई) आधारित मुद्रास्‍फीति मई में 2.45 प्रतिशत रही थी. वहीं, जून 2018 में यह आंकड़ा 5.68 प्रतिशत पर रहा था. खाद्य वस्तुओं की थोक महंगाई दर मामूली कमी के साथ जून में 6.98 प्रतिशत के स्तर पर रही, जो मई में 6.99 प्रतिशत पर थी.

ये भी पढ़ें- खुदरा मुद्रास्फीति लगातार छठे महीने बढ़कर जून में 3.18% रही

सब्जियों की महंगाई दर पिछले महीने घटकर 24.76 प्रतिशत पर रही, जो मई में 33.15 प्रतिशत पर थी. आलू के थोक मूल्य जून में 24.27 प्रतिशत घटे, जबकि मई में आलू की महंगाई दर शून्य से 23.36 प्रतिशत नीचे रही थी.

हालांकि, प्याज की कीमतों में इजाफा जारी है और जून में इसकी महंगाई दर 16.63 प्रतिशत के स्तर पर रही. मई में प्याज की मुद्रास्फीति 15.89 प्रतिशत पर रही थी. इस साल जून में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति पिछले 23 साल के सबसे निम्न स्तर पर रही. इससे पहले जुलाई, 2017 में यह 1.88 फीसदी पर थी.

दूसरी ओर, अप्रैल की डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति को संशोधित कर 3.24 प्रतिशत कर दिया गया है जो अस्थायी तौर पर 3.07 प्रतिशत पर थी.

नई दिल्ली: थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जून में घटकर पिछले 23 महीनों के निम्न स्तर 2.02 प्रतिशत पर आ गयी. सब्जियों, ईंधन और बिजली से जुड़े सामानों की कीमतों में कमी के कारण थोक महंगाई दर में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई.

थोक मूल्‍य सूचकांक (डब्‍ल्‍यूपीआई) आधारित मुद्रास्‍फीति मई में 2.45 प्रतिशत रही थी. वहीं, जून 2018 में यह आंकड़ा 5.68 प्रतिशत पर रहा था. खाद्य वस्तुओं की थोक महंगाई दर मामूली कमी के साथ जून में 6.98 प्रतिशत के स्तर पर रही, जो मई में 6.99 प्रतिशत पर थी.

ये भी पढ़ें- खुदरा मुद्रास्फीति लगातार छठे महीने बढ़कर जून में 3.18% रही

सब्जियों की महंगाई दर पिछले महीने घटकर 24.76 प्रतिशत पर रही, जो मई में 33.15 प्रतिशत पर थी. आलू के थोक मूल्य जून में 24.27 प्रतिशत घटे, जबकि मई में आलू की महंगाई दर शून्य से 23.36 प्रतिशत नीचे रही थी.

हालांकि, प्याज की कीमतों में इजाफा जारी है और जून में इसकी महंगाई दर 16.63 प्रतिशत के स्तर पर रही. मई में प्याज की मुद्रास्फीति 15.89 प्रतिशत पर रही थी. इस साल जून में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति पिछले 23 साल के सबसे निम्न स्तर पर रही. इससे पहले जुलाई, 2017 में यह 1.88 फीसदी पर थी.

दूसरी ओर, अप्रैल की डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति को संशोधित कर 3.24 प्रतिशत कर दिया गया है जो अस्थायी तौर पर 3.07 प्रतिशत पर थी.

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देश की थोक महंगाई जून में बढ़कर 3.18 फीसदी

नई दिल्ली: देश की थोक मूल्यों पर आधारित वार्षिक महंगाई दर जून में बढ़कर 3.18 फीसदी हो गई. मई में यह 3.18 फीसदी थी. सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.

खाद्य एवं ईंधन की कीमतों में तेजी के कारण थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़ने से जून में 3.18 प्रतिशत पर पहुंच गयी. 

सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जून में खाने-पीने की वस्तुओं और पेट्रोल-डीजल सहित सीएनजी, रसोई गैस और पीएनजी में वृद्धि देखने को मिली थी. 

 


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Last Updated : Jul 15, 2019, 2:39 PM IST
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