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कंपार्टमेंट वाले छात्रों के लिए चलेगी स्पेशल क्लासेस, सर्कुलर जारी

दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं क्लास के बोर्ड की परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों के लिए रिमेडियल क्लास का सर्कुलर जारी कर दिया है. रिमेडियल क्लास के जरिए छात्रों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान.

DE ने कंपार्टमेंट में आये बच्चों पर दिया विशेष ध्यान
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Published : May 15, 2019, 5:13 PM IST

Updated : May 15, 2019, 7:39 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सरकारी स्कूलों में 10 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हो गई है. लेकिन इस दौरान सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं क्लास के बोर्ड की परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों के लिए रिमेडियल क्लास आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही सत्र 2018 - 19 सीबीएसई बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

रिमेडियल क्लास के जरिए कंपार्टमेंट वाले छात्रों पर विशेष ध्यान

रिमेडियल क्लास से मिलेगी मदद
बता दें कि रिमेडियल क्लास में विशेष तौर पर सत्र 2018 - 19 की बोर्ड परीक्षा में एक या दो विषय में असफल रहने वाले छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें रेमेडियल क्लास के लिए विषय अनुसार शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा. ताकि जून या जुलाई में सीबीएसई द्वारा आयोजित होने वाले कंपार्टमेंट एग्जाम में छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे.

इसके अलावा सर्कुलर में सभी स्कूलों के एचओएस को निर्देश दिया गया है कि वह कंपार्टमेंट में आए छात्रों के अभिभावकों को रेमेडियल क्लासेस की सूचना दें और रिमेडियल क्लास का महत्व समझाएं.

जानिए क्या है शेड्यूल
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार छात्रों को कंपार्टमेंट में आये विषय के आधार पर विभाजित किया जाएगा और 30 छात्रों पर एक टीचर नियुक्त किया जाएगा. वहीं रिमेडियल क्लासेस में सबसे ज्यादा ध्यान गणित और विज्ञान पर दिया जाएगा, क्योंकि कंपार्टमेंट प्राप्त करने वाले छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या गणित और साइंस विषय में है.

शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी स्कूलों को इन क्लासेस का शेड्यूल भी भेज दिया गया है, जिसके तहत कंपार्टमेंट के छात्रों की क्लास 15 मई से 29 जून तक चलेंगी. एक विषय में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की 7:30 से 10:30 तक कक्षा लगेगी वहीं दो विषयों में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की कक्षा 7:30 से 12:30 बजे तक लगेगी. साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रत्येक शिक्षक को 2 बैच से अधिक क्लास नहीं दी जाएगी इसके चलते यदि शिक्षकों की कमी होती है तो डिस्ट्रिक्ट ज़ोन द्वारा मेंटर टीचर स्कूलों को मुहैया कराए जाएंगे.

शिक्षक और स्कूल को मिलेगा अप्रिशिएसन
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि शिक्षक छात्रों को प्रैक्टिस क्वेश्चन, वर्कशीट और असाइनमेंट्स प्रतिदिन देने की व्यवस्था भी करेंगे. साथ ही कंपार्टमेंट एग्जाम में 80 फ़ीसदी से अधिक सफल परीक्षा परिणाम देने पर शिक्षक और स्कूल को अप्रिशिएसन पत्र दिया जाएगा.

डिस्ट्रिक्ट डीडीई करेंगें निरीक्षण
शिक्षा निदेशालय ने सभी ज़ोन के डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सही तरीके से रिमेडियल क्लासेस लगने के लिए सभी डिस्ट्रिक्ट डीडीई को प्रतिदिन कम से कम 2 स्कूलों का निरीक्षण करना होगा, जिसमें डीडीई अटेंडेंस, वर्कशीट, कापियां और आंसर स्क्रिप्ट की भी जांच करेंगे. साथ ही यदि निदानात्मक कक्षाओं को सुचारु रुप से चलाने में स्कूल को कोई दिक्कत आती है तो उसका भी समाधान करेंगे .

नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सरकारी स्कूलों में 10 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हो गई है. लेकिन इस दौरान सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं क्लास के बोर्ड की परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों के लिए रिमेडियल क्लास आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही सत्र 2018 - 19 सीबीएसई बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

रिमेडियल क्लास के जरिए कंपार्टमेंट वाले छात्रों पर विशेष ध्यान

रिमेडियल क्लास से मिलेगी मदद
बता दें कि रिमेडियल क्लास में विशेष तौर पर सत्र 2018 - 19 की बोर्ड परीक्षा में एक या दो विषय में असफल रहने वाले छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें रेमेडियल क्लास के लिए विषय अनुसार शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा. ताकि जून या जुलाई में सीबीएसई द्वारा आयोजित होने वाले कंपार्टमेंट एग्जाम में छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे.

इसके अलावा सर्कुलर में सभी स्कूलों के एचओएस को निर्देश दिया गया है कि वह कंपार्टमेंट में आए छात्रों के अभिभावकों को रेमेडियल क्लासेस की सूचना दें और रिमेडियल क्लास का महत्व समझाएं.

जानिए क्या है शेड्यूल
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार छात्रों को कंपार्टमेंट में आये विषय के आधार पर विभाजित किया जाएगा और 30 छात्रों पर एक टीचर नियुक्त किया जाएगा. वहीं रिमेडियल क्लासेस में सबसे ज्यादा ध्यान गणित और विज्ञान पर दिया जाएगा, क्योंकि कंपार्टमेंट प्राप्त करने वाले छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या गणित और साइंस विषय में है.

शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी स्कूलों को इन क्लासेस का शेड्यूल भी भेज दिया गया है, जिसके तहत कंपार्टमेंट के छात्रों की क्लास 15 मई से 29 जून तक चलेंगी. एक विषय में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की 7:30 से 10:30 तक कक्षा लगेगी वहीं दो विषयों में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की कक्षा 7:30 से 12:30 बजे तक लगेगी. साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रत्येक शिक्षक को 2 बैच से अधिक क्लास नहीं दी जाएगी इसके चलते यदि शिक्षकों की कमी होती है तो डिस्ट्रिक्ट ज़ोन द्वारा मेंटर टीचर स्कूलों को मुहैया कराए जाएंगे.

शिक्षक और स्कूल को मिलेगा अप्रिशिएसन
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि शिक्षक छात्रों को प्रैक्टिस क्वेश्चन, वर्कशीट और असाइनमेंट्स प्रतिदिन देने की व्यवस्था भी करेंगे. साथ ही कंपार्टमेंट एग्जाम में 80 फ़ीसदी से अधिक सफल परीक्षा परिणाम देने पर शिक्षक और स्कूल को अप्रिशिएसन पत्र दिया जाएगा.

डिस्ट्रिक्ट डीडीई करेंगें निरीक्षण
शिक्षा निदेशालय ने सभी ज़ोन के डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सही तरीके से रिमेडियल क्लासेस लगने के लिए सभी डिस्ट्रिक्ट डीडीई को प्रतिदिन कम से कम 2 स्कूलों का निरीक्षण करना होगा, जिसमें डीडीई अटेंडेंस, वर्कशीट, कापियां और आंसर स्क्रिप्ट की भी जांच करेंगे. साथ ही यदि निदानात्मक कक्षाओं को सुचारु रुप से चलाने में स्कूल को कोई दिक्कत आती है तो उसका भी समाधान करेंगे .

Intro:दिल्ली शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सरकारी स्कूलों में 10 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरुआत हो गए है. लेकिन इस दौरान सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं क्लास के साथ बोर्ड की परीक्षा में कंपार्टमेंट में आए छात्रों के लिए निदानात्मक क्लास ( रिमेडियल क्लास ) आयोजित की जाएगी. बता दें कि निदानात्मक क्लास में सत्र 2018 - 19 सीबीएसई बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में दसवीं क्लास में कंपार्टमेंट में आए छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.


Body:बता दें कि रिमेडियल क्लास में विशेष तौर पर सत्र 2018 - 19 की बोर्ड परीक्षा में एक या दो विषय में असफल रहने के चलते आई कंपार्टमेंट के छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें कहा गया है कि रेमेडियल क्लास के लिए विषय अनुसार शिक्षकों को नियुक्त किया जाए जिससे जून या जुलाई में सीबीएसई द्वारा आयोजित होने वाले कंपार्टमेंट एग्जाम में छात्र बेहतर प्रदर्शन करके सफल होकर 11वीं कक्षा में जा सके. इसके अलावा सर्कुलर में सभी स्कूलों के एचओएस को निर्देश दिया गया है कि वह कंपार्टमेंट में आए छात्रों के अभिभावकों को रेमेडियल क्लासेस की सूचना दें साथ ही उनसे नियमित रूप से कक्षा में आने के लिए कहे. इसके अलावा अभिभावकों को इन निदानात्मक कक्षाओं का महत्व समझाएं. साथ ही यह भी बताएं कि यदि छात्र कंपार्टमेंट परीक्षा में सफल हो जाता है तो इसी वर्ष ही 11वीं कक्षा में छात्र को दाखिला मिल जाएगा जिससे छात्र का पूरा साल बर्बाद नहीं होगा.

शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार छात्रों को कंपार्टमेंट आये विषय के आधार पर विभाजित किया जाएगा और 30 छात्रों पर एक टीचर नियुक्त किया जाएगा जिससे शिक्षक प्रत्येक छात्र पर अच्छे से ध्यान दे सके. वहीं निदानात्मक कक्षाओं में सबसे ज्यादा ध्यान गणित और विज्ञान पर दिया जाएगा क्योंकि कंपार्टमेंट प्राप्त करने वाले छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या गणित और साइंस में असफल होने वाले छात्रों की है. शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी स्कूलों को इन क्लासेस का शेडूल भी भेज दिया गया है जिसके तहत कंपार्टमेंट के छात्रों की क्लास 15 मई से 29 जून तक चलेंगी. एक विषय में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की 7:30 से 10:30 तक कक्षा लगेगी वहीं दो विषयों में कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की कक्षा 7:30 से 12:30 बजे तक लगेगी. साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रत्येक शिक्षक को 2 बैच से अधिक क्लास नहीं दी जाएगी इसके चलते यदि शिक्षकों की कमी होती है तो डिस्ट्रिक्ट ज़ोन द्वारा मेंटर टीचर स्कूलों को मुहैया कराए जाएंगे.

शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि निदानात्मक कक्षा के दौरान शिक्षक स्कूल में ही मौजूद रहेंगे साथ ही छात्रों को लिखित अभ्यास अधिक से अधिक मात्रा में करवाएंगे. उन्हें प्रैक्टिस क्वेश्चन, वर्कशीट और असाइनमेंट्स प्रतिदिन देने की व्यवस्था भी करेंगे जिससे छात्रों में हो रहे सुधार को आंका जा सके और उनकी गलतियां समझ कर उसी हिसाब से आगे की रणनीति तैयार की जा सके. इतना ही नहीं शिक्षा निदेशालय ने यह भी कहा है कि जिस भी शिक्षक का बैच कंपार्टमेंट एग्जाम में 80 फ़ीसदी से अधिक का सफल परीक्षा परिणाम देगा उस शिक्षक को शिक्षा विभाग द्वारा अप्रिशिएसन पत्र दिया जाएगा साथ ही स्कूलों में होने वाले वार्षिक उत्सव के दिन स्कूलों के एचओएस विशेष रूप से इन शिक्षकों को सम्मानित करेंगे. वही जो स्कूल कंपार्टमेंट छात्रों के लिए 80 फ़ीसदी से अधिक सफलता पूर्णांक देगा उस स्कूल के एचओएस को शिक्षा विभाग द्वारा अप्रिशिएसन पत्र दिया जाएगा जो उनके एपीआर में भी दर्ज किया जाएगा. इसके साथ ही शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट कर दिया है कि यह स्कूल की ड्यूटी होगी कि वह ध्यान रखें कि सभी छात्र नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहे हैं और कक्षा केवल नाम मात्र के लिए ही नहीं बल्कि सुचारू रूप से सही मायने में आयोजित हो.


Conclusion:शिक्षा निदेशालय ने सभी ज़ोन के डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सही मायने में निदानात्मक क्लासेस लगे इसके लिए जरूरी है कि सभी डिस्ट्रिक्ट डीडीई प्रतिदिन कम से कम 2 स्कूलों का निरीक्षण करें जिसमें अटेंडेंस, वर्कशीट, कापियां और आंसर स्क्रिप्ट की भी जांच करें. साथ ही यदि निदानात्मक कक्षाओं को सुचारु रुप से चलाने में स्कूल को कोई दिक्कत आती है तो उसका भी समाधान करें ताकि बेहतर परीक्षा परिणाम प्राप्त किए जा सकें.
Last Updated : May 15, 2019, 7:39 PM IST
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