नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में गुस्साए छात्रों ने रजिस्ट्रार, डीन, प्रॉक्टर व असिस्टेंट प्रॉक्टर को देर रात बंधक बना लिया है. छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर फर्जी डिग्री देना का आरोप लगाया है.
छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी छत्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. छात्रों ने यूनिवर्सिटी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यहां पढ़ाई जा रहे कोर्स की यूपी स्टेट बोर्ड से मान्यता नहीं है. फिर यूनिवर्सिटी छात्रों को डिग्री कैसे प्रदान कर रही हैं.
साल 2009 से लगातार चलता आ रहे कोर्स की नहीं है मान्यता
छात्रों का आरोप है कि शारदा यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ़ अलाइड हेल्थ साइंस में डीएमएलटी, डीओटीटी, बीपीटी, बीएमएलटी, बीएनडी, बीसीटी सहित अन्य कोर्स का संचालन किया जा रहा है. जिसे उत्तरप्रदेश स्टेट मेडिकल कॉलेज से मान्यता प्राप्त नहीं है. ऐसे में मान्यता नहीं होने के कारण वि.वि से पढ़ाई करने वाले छात्रों का उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है. जिससे उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है.
वहीं यूनिवर्सिटी के डीन दिलीप गोल मोल ने कहा है कि साल 2009 से कोर्स के लिए अप्रूवल का प्रॉसेस चालू है.
40 सीट होने पर 150 बच्चों को दाखिला दिया
बता दें कि शारदा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ अलाइड हेल्थ साइंस विभाग के हर कोर्स में 40 सीटे हैं. लेकिन यूनिवर्सिटी ने 150 बच्चों को दाखिला दिया है, इस मामले पर यूनिवर्सिटी के डीन ने सफाई देते हुए कहा कि सीटों के बढ़ोतरी के लिए यूपी स्टेट बोर्ड में अप्रूवल के लिए भेजा जा चुका है.
बड़ी-बड़ी नामी यूनिवर्सिटी के इस तरह के हेरा-फेरी में नुकसान छात्रों का ही होता हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कौन सुनेंगा इन छात्रों की?