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SOL में बदलाव को लेकर विरोध, KYS ने दी आंदोलन की चेतावनी - admission

दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा एसओएल (स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग) को कॉलेज में तब्दील किए जाने को लेकर क्रांतिकारी युवा संगठन (KYS) ने विरोध जताया है.

दिल्ली विश्वविद्यालय
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Published : Jun 23, 2019, 11:15 PM IST

Updated : Jun 23, 2019, 11:41 PM IST

नई दिल्ली: क्रांतिकारी युवा संगठन (KYS) ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में हो रहे कई बदलावों का विरोध किया है. इसको लेकर KYS ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

क्रांतिकारी युवा संगठन के कार्यकर्ता मोहम्मद बिलाल का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से जो फैसला लिया जा रहा है वो बिल्कुल गलत है. इस संबंध में KYS के छात्रों ने डीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंप इन सभी बदलावों पर रोक लगाने की मांग की है.

मोहम्मद बिलाल, कार्यकर्ता, क्रांतिकारी युवा संगठन

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा एसओएल (स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग) को कॉलेज में तब्दील किया जा रहा है. साथ ही इस साल 12वीं पास ना होने पर एसओएल (ऑफ ओपन लर्निंग) में दाखिले के लिए 40 फ़ीसदी नंबर अनिवार्य किए गए.

ऑनलाइन कोर्स का किया विरोध
KYS दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा कई ऑनलाइन कोर्स जारी किए जाने का भी विरोध कर रहा है. कार्यकर्ता का कहना है कि जिस तरीके से बदलाव लगातार हो रहे हैं और उसी कड़ी में अगर ऑनलाइन कोर्स जारी किए जाते हैं तो कहीं यह ना हो कि आने वाले समय में पूरा कोर्स ही ऑनलाइन कर दिया जाए.

ऑनलाइन कोर्स को लेकर छात्र नाराज
डीयू प्रशासन की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यदि ऑनलाइन कोर्स लाए जाते हैं तो इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षित बनाया जा सकेगा. लेकिन, छात्र संगठन का कहना है कि ऑनलाइन कोर्स के बाद पिछड़े और वंचित वर्गों से आने वाले छात्रों के लिए परेशानियां हो जाएंगी.

कोर्स ऑनलाइन किए जाने के बाद छात्रों को जो क्लासेज दी जाती है, वो उन्हें नहीं ले पाएंगे. वहीं इस मामले को लेकर छात्रों में पहले से ही रोष है क्योंकि क्लासेज की संख्या बहुत कम है, एक साल में सिर्फ 20 क्लास दी जाती हैं.

नई दिल्ली: क्रांतिकारी युवा संगठन (KYS) ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में हो रहे कई बदलावों का विरोध किया है. इसको लेकर KYS ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.

क्रांतिकारी युवा संगठन के कार्यकर्ता मोहम्मद बिलाल का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से जो फैसला लिया जा रहा है वो बिल्कुल गलत है. इस संबंध में KYS के छात्रों ने डीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंप इन सभी बदलावों पर रोक लगाने की मांग की है.

मोहम्मद बिलाल, कार्यकर्ता, क्रांतिकारी युवा संगठन

गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा एसओएल (स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग) को कॉलेज में तब्दील किया जा रहा है. साथ ही इस साल 12वीं पास ना होने पर एसओएल (ऑफ ओपन लर्निंग) में दाखिले के लिए 40 फ़ीसदी नंबर अनिवार्य किए गए.

ऑनलाइन कोर्स का किया विरोध
KYS दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा कई ऑनलाइन कोर्स जारी किए जाने का भी विरोध कर रहा है. कार्यकर्ता का कहना है कि जिस तरीके से बदलाव लगातार हो रहे हैं और उसी कड़ी में अगर ऑनलाइन कोर्स जारी किए जाते हैं तो कहीं यह ना हो कि आने वाले समय में पूरा कोर्स ही ऑनलाइन कर दिया जाए.

ऑनलाइन कोर्स को लेकर छात्र नाराज
डीयू प्रशासन की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यदि ऑनलाइन कोर्स लाए जाते हैं तो इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षित बनाया जा सकेगा. लेकिन, छात्र संगठन का कहना है कि ऑनलाइन कोर्स के बाद पिछड़े और वंचित वर्गों से आने वाले छात्रों के लिए परेशानियां हो जाएंगी.

कोर्स ऑनलाइन किए जाने के बाद छात्रों को जो क्लासेज दी जाती है, वो उन्हें नहीं ले पाएंगे. वहीं इस मामले को लेकर छात्रों में पहले से ही रोष है क्योंकि क्लासेज की संख्या बहुत कम है, एक साल में सिर्फ 20 क्लास दी जाती हैं.

Intro:क्रांतिकारी युवा संगठन (KYS) ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में हो रहे कई बदलावों का विरोध किया है और इसको लेकर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है. इस पर हमने क्रांतिकारी युवा संगठन के कार्यकर्ता मोहम्मद बिलाल से बात की जिन्होंने बताया की दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से जो फैसला लिया जा रहा है की sol को कॉलेज में तब्दील किया जाए, साथ ही इस साल 12वीं पास ना होकर एस ओ एल में दाखिले के लिए 40 फ़ीसदी नंबर अनिवार्य किए गए, जिससे दूरदराज के कई बच्चे जो कई मुश्किलों से 12वीं पास कर पाते थे उनका दाखिले एस वेल में नहीं हो पाएंगे,जिससे कई छात्रों का भविष्य खराब हो सकता है इसके लिए


Body:ऑनलाइन कोर्स किये जाने का विरोध
केवाईएस दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा कई ऑनलाइन कोर्स जारी किए जाने का भी विरोध कर रहा है कार्यकर्ता का कहना था कि यदि जिस तरीके से बदलाव लगातार हो रहे हैं और उसी कड़ी में अगर ऑनलाइन कोर्स से जारी किए जाते हैं तो कहीं यह ना हो कि आने वाले समय में जो पूरा का पूरा कोर्स ही ऑनलाइन कर दिया जाए.

डीयू प्रशासन का शिक्षा गुणवत्ता सुधारने का तर्क
हालांकि डीयू प्रशासन की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यदि ऑनलाइन कोर्स लाए जाते हैं तो इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षित बनाया जा सकेगा. लेकिन छात्र संगठन का कहना है की ऑनलाइन कोर्स के बाद पिछड़े और वंचित वर्गों से आने वाले छात्रों के लिए परेशानियां हो जाएंगी. कोर्स ऑनलाइन किए जाने के बाद छात्रों को जो क्लासेज दी जाती है वो उन्हें नही ले पाएंगे. वही इस मामले को लेकर छात्रों में पहले से ही रोष है क्योंकि क्लासेज की संख्या बहुत कम है , एक साल में सिर्फ 20 क्लास दी जाती हैं. ऐसे में जहां डीयू प्रशासन को इनकी संख्या बढ़ाने पर विचार करना चाहिए वो एक अलग ही सुझाव लेकर सामने आ रहा है जिसमे छात्रों का कोई हित नही है


Conclusion:KYS ने दर्ज कराया विरोध
इसको लेकर केवाईएस छात्र संघठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध भी दर्ज कराया है. इस सम्बंध में केवाईएस के छात्रों ने डीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंप इन सभी बदलावों पर रोक लगाने की मांग की है.
Last Updated : Jun 23, 2019, 11:41 PM IST
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