नई दिल्ली: देश की राजधानी के सिंघु बॉर्डर पर कुछ किसानों ने भूख हड़ताल की शुरुआत कर दी है. कल से 10 दिन की भूख हड़ताल शुरू की गई है, इनका कहना है कि यदि 10 दिन तक सरकार ने इनकी मांगे नहीं मानी तो ये मरणानशन भी करेंगे. किसानों का कहना है कि अगर सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती तो वह मरते दम तक किसानों के खिलाफ लाए गए इस कानून का विरोध करेंगे.
सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से ईटीवी भारत ने बातचीत की. इस दौरान आंदोलनकारी किसानो ने बताया कि आंदोलन पिछले कई दिनों से चल रहा है. आज 19 दिन हो गए हैं, किसान आज एक दिन के संकेतिक उपवास पर है और इनका उपवास कल से 10 दिनों के लिए शुरू हुआ है, यदि उसके बाद भी सरकार नही मानती तो ये लोग अन्न भी ग्रहण नहीं करेंगे. किसानों का कहना है सरकार ने किसानों को मरने पर मजबूर कर दिया है. अभी भी सरकार नही झुकती तो वह अनशन के माध्यम से अपनी जान भी देने को तैयार है.
आंदोलन में महिलाएं भी शामिल
बता दें कि इस अनशन में किसानों के समर्थन में आए कुछ किसान , महंत और कुछ महिला किसान भी शामिल है. इनका कहना है कि जब तक केंद्र सरकार नहीं झुकेगी तब तक ये अपना आंदोलन बंद नहीं करेंगे.