नई दिल्ली: जाट आरक्षण को लेकर हुए विवाद में कुख्यात बदमाश कृष्ण पहलवान के दो पीएसओ को मौत के घाट उतार देने वाले जय को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. वो खुद भी पहले कृष्ण पहलवान का पीएसओ रहा है. प्रॉपर्टी विवाद के चलते नजफगढ़ में हुई हत्या में वांछित चल रहे जय पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था.
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी
अतिरिक्त आयुक्त एके सिंगला के अनुसार क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई दिनेश कुमार को सूचना मिली थी कि जय उर्फ प्रमोद नामक बदमाश नजफगढ़ में हुई हत्या के एक मामले में वांछित है. वह नजफगढ़ इलाके में अपनी कार में हथियार सहित आएगा. इस जानकारी पर एसीपी मनोज पंत की देखरेख में पुलिस टीम ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसकी कार जैसे ही वहां पर आई, पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज
पकड़े गए बदमाश के पास से एक कट्टा और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. इस बाबत आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कृष्ण पहलवान का पीएसओ रहा है आरोपी
गिरफ्तार किया गया जय सोनीपत के गांव में रहने वाले किसान परिवार से संबंध रखता है. लगभग 5 साल पहले वो दिल्ली आया था और यहां कृष्ण पहलवान का पीएसओ बनकर काम करने लगा.