अगरतला: डीवाईएफआई और टीवाईएफ सहित वाम मोर्चा के युवा विंग ने बुधवार को अगरतला में एक जुलूस निकाला. इस दौरान आगामी चुनावों में वाम मोर्चा के उम्मीदवारों की जीत के अलावा लोकतंत्र की बहाली का आह्वान किया गया.
इस अवसर पर डीवाईएफआई के राज्य सचिव नबरुन देब ने भाजपा-आईपीएफटी सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि गठबंधन सरकार ने पिछले 43 महीनों से केवल राज्य में आतंकवाद को कायम रखा है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कोई काम नहीं है, कोई भोजन नहीं है और कोई लोकतंत्र नहीं है. इसलिए, लोकतंत्र की बहाली और लोगों की भोजन की मांग को साकार करने का आह्वान करता है ताकि वाम मोर्चा के उम्मीदवार आगामी चुनाव जीत सकें. उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार ने पूरे प्रदेश में दहशत का माहौल बना दिया है. यह सरकार जनता को कुछ नहीं दे पा रही है. इसके अलावा उन्होंने जो वादे किए थे वे भी अब पूरे नहीं हो रहे हैं.
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उन्होंने दावा किया कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुए तो भाजपा एक भी सीट नहीं जीतेगी. उन्होंने कहा कि राज्य भर में रोजी-रोटी पर हमले हो रहे हैं. नबारुन ने मूकदर्शक की भूमिका निभाने के लिए पुलिस की भूमिका की भी आलोचना करते हुए दावा किया कि पुलिस भाजपा के लिए काम कर रही है.
वहीं डीवाईएफआई के अध्यक्ष पलाश भौमिक ने कहा कि भाजपा की सरकार 2018 में त्रिपुरा के लोगों ने विभिन्न लाभ पाने की उम्मीद में बनाई थी. लेकिन पिछले 44 महीनों में भाजपा सरकार त्रिपुरा राज्य में किसी भी समस्या का समाधान नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि बेरोजगार लोगों के पास कोई रोजगार नहीं है, कर्मचारी और श्रमिक परेशान हैं. पूरे राज्य में जंगल राज है.
दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसके आम आदमी की जरूरत के सामानों के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं. उन्होंने 25 नवंबर को सभी उम्मीदवारों को जीत के अलावा लोकतंत्र बहाली के लिए आगे आने का आह्वान किया.