शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव की मतगणना (Himachal election 2022) अब पूरी हो चुकी है. इस चुनाव में कई उम्रदराज नेता भी अपनी किस्मत आजमा रहे थे. जिसमें से कई नेता अपनी किस्मत चमकाने में सफल रहे हैं. 70 से 80 साल के बुजुर्ग नेता जब चुनाव में उतरे थे, तो उनका जोश देखकर हर कोई हैरान था. जहां कर्मचारी 58 या 60 साल की उम्र में रिटायर कर दिए जाते हैं, वहां नेता 80 साल में भी MLA बनने का सपने देख रहे थे. ऐसे नेताओं को जोश बुढ़ापे में भी इन्हें "जवान' बनाता है.
इस चुनाव में कुई उम्रदराज नेताओं ने चुनाव जीता (Most aged winning candidate in Himachal Election) है. जिसमें सबसे ऊपर आते हैं, 82 साल के धनीराम शांडिल. कांग्रेस की टिकट पर सोलन सीट से चुनावी मैदान में उतरे मौजूदा विधायक धनीराम शांडिल एक बार फिर विधायक बनने को तैयार हैं. उन्हें कुल 29,523 वोट मिले हैं. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और अपने दामाद राजेश कश्यप को लगातार दूसरी बार पटखनी दी है.
कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी धनीराम शांडिल: उम्मीदवार धनीराम शांडिल का जन्म 20 अक्टूबर 1940 को सोलन के गांव बशील में हुआ था. 1962 से 1996 तक धनीराम शांडिल भारतीय सेना में रहे और के रूप में सेवानिवृत्त हुए. उसके बाद 1994 में शांडिल ने हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते. फिर 2004 में कांग्रेस की ओर से शांडिल ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
इन उम्रदराज नेताओं को झेलनी पड़ी हार: धनीराम शांडिल के अलावा दो और उम्रदराज नेता भी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे थे. कांगड़ा की ज्वाली सीट से 78 वर्षीय चंद्र कुमार और बैजनाथ सीट से 75 वर्षीय किशोरी लाल भी चुनावी ताल ठोकी थी. लेकिन, इन दोनों प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा.(Aged candidates in Himachal Election).
चुनावी मैदान में थे 412 प्रत्याशी: इसके अलवा 25 से 40 वर्ष के 8 उम्मीदवार, 40 से 50 के 20 उम्मीदवार, 50 से 70 वर्ष के 37 उम्मीदवार, 70 से अधिक वर्ष के 3 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. इस चुनाव में कुल 412 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था.(Himachal election Result 2022).
27 वर्षीय चैतन्य बनेंगे विधायक: गगरेट विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतने वाले चैतन्य शर्मा सबसे कम उम्र के प्रत्याशी (Youngest winning candidate in Himachal Election) है. चैतन्य शर्मा की उम्र 27 साल है. उन्होंने बीजेपी के राजेश ठाकुर को 15,685 मतों के अंतर से हराया. बीते 12 नवंबर को गगरेट सीट के लिए वोट डाले गए थे. गगरेट विधानसभा सीट वैसे तो कांग्रेस के गढ़ के रूप में देखी जाती है. लेकिन, 2017 के चुनावों में बीजेपी (BJP) के राजेश ठाकुर ने इस सीट पर कब्जा किया था.(Youngest candidate Chaitanya Sharma in Himachal).
गगरेट विधानसभा सीट पर साल 2017 के चुनावों की बात करें तो भाजपा के राजेश ठाकुर ने 33,977 वोट हासिल कर कांग्रेस के राकेश कालिया को 9,320 मतों के अंतराल से शिकस्त दी थी. इससे पहले कांग्रेस के राकेश कालिया ने भी 2012 का चुनाव अपने निकट प्रतिद्वंदी भाजपा के सुशील कुमार कालिया को 4,897 वोटों के मार्जिन से हराकर जीता था. जबकि 2007 में यह सीट भाजपा के बलबीर सिंह के कब्जे वाली रही. बलबीर सिंह ने कांग्रेस के कुलदीप कुमार को हराकर यहां से जीत दर्ज की थी.
कौन हैं चैतन्य शर्मा: गगरेट विधानसभा सीट से कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी चैतन्य शर्मा (27 वर्षीय) पेश से एक एडवोकेट हैं. चैतन्य 8 करोड़ 29 लाख की संपत्ति के मालिक हैं. इनके ऊपर करिब 52 लाख की देनदारी है. चैतन्य शर्मा का ये पहला विधानसभा चुनाव था और पहले ही चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है.(Gagret Assembly Election Result 2022).
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