बेंगलुरु : कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में एक युवक ने कोबरा के अंडों को बचाया और उसे आर्टिफिशियल हीटिंग दी और जब अंडे से कोबरा निकले तो वह उनको जंगल में छोड़ आया.
दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर के पर्यावरण प्रेमी तेजस पिछले कई सालों से जंगली जानवरों और पक्षियों के संरक्षण में लगे हुए हैं. वह अब तक करीब पांच हजार कोबरा सांपों को बचा चुके हैं.
हाल ही में डॉ. रमेश नाम के एक शख्स को अपने घर में कोबरा के 8 अंडे मिले, परिवार के सदस्यों ने इस बात की जानकारी तेजस को दी. सूचना मिलते ही तेजस तुरंत हरकत में आए और सुनिश्चित किया कि ये अंडे कोबरा के अंडे हैं.
इसके बाद तेजस ने कृत्रिम हीटिंग सिस्टम की व्यवस्था की और उसके वह इन अंडो को वन अधिकारियों की सहमति से अपने घर ले गया. 57 दिनों के बाद जब सभी अंडों से सांप निकले और अब वे स्वतंत्र रूप से रहने में सक्षम हो गए है, इसलिए तेजस उन्हें जंगल में छोड़ आए.
तेजस, पर्यावरण और पशु और पक्षी जीवन में गहरी रुचि रखते हैं. वह कॉलेज के दिनों से ही जंगल, सांपों और छोटे जानवरों की संक्षरण में शामिल रहे हैं.
तेजस जंगल में छोड़े गए सांपों को पकड़ने में भी अच्छा रखते हैं. वह हिरण, बगुले और मार्सुपियल सहित कई जानवरों की रक्षा करते हैं.
तेजस का कहना है कि दक्षिण कन्नड़ जिले के किसी भी हिस्से में, घर या अन्य आवासीय क्षेत्रों में जहरीले सांप दिखाई देना आम बात है. वह ऐसे जहरीले सांपों को आसानी से पकड़ने और उन्हें वन विभाग की मंजूरी के बाद जंगल में छोड़ने का काम कर रहे हैं.
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सांपों के संरक्षण के दौरान तेजस को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है. एक बार कोबरा की रक्षा करते हुए उसे सांप ने काट लिया, जिससे हाथ में गंभीर चोट लग गई.