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कानपुर देहात में पुलिस अभिरक्षा में युवक की गर्दन कटी, पुलिस अधिकारियों ने साधी चुप्पी

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात की घटना ने पुलिस पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस का कहना है कि युवक को नाबालिग को भगाने के आरोप में पकड़ा गया था. लेकिन, पुलिस यह साफ नहीं कर रही कि युवक की गर्दन कैसे कटी.

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Published : Apr 10, 2023, 10:24 PM IST

कानपुर: उत्तर प्रदेश में लगातार अपराध पर अंकुश लगाने की कवायद सरकार करती नजर आ रही है. अधिकारियों को भी इस बात के सख्त आदेश दे दिए गए हैं कि अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जाए. लेकिन, कानपुर देहात की एक घटना ने पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां पुलिस अभिरक्षा में एक आरोपी युवक की गर्दन कट गई. गंभीर हालत में पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया है. लेकिन, सवाल यह है कि आखिर गर्दन कटी कैसे, इस पर पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

मामला जनपद कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र का है. जहां थाने में पकड़ कर लाए गए आरोपी युवक की गर्दन कट जाने के बाद पुलिस के हाथ पैर फूल गए. फिलहाल इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है कि युवक की गर्दन किन परिस्थितियों में कटी. युवक ने खुद अपनी गर्दन को काट लिया या इसके पीछे कोई और कारण है. पुलिस ने घायल युवक को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए कानपुर नगर के हैलट हॉस्पिटल रेफर कर दिया है.

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के तमाम आलाअधिकारी थाने में आकर डेरा डाल दिए हैं, जिसके बाद काफी देर तक इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया. वहीं दूसरी ओर कानपुर देहात के अपर पुलिस अधीक्षक इस मामले में घायल युवक की गिरफ्तारी की बात भी कर रहे हैं. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि क्षेत्र के ही रहने वाले एक युवक ने अपनी नाबालिग बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी और आरोप लगाया था कि ये युवक बहला-फुसलाकर उनकी बेटी को लेकर चला गया है. जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग और युवक को गिरफ्तार कर लिया था. युवक मध्यप्रदेश के सतना जिले का बताया जा रहा है और इसका नाम आलोक गुप्ता है.

हालत नाजुक देख पुलिस ने आनन-फानन में आलोक गुप्ता को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया है. उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. गर्दन की कई नसें कट जाने के बाद उसे आईसीयू में एडमिट कर दिया गया है. इस घटना से पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं. पुलिस अभिरक्षा में आखिर कैसे युवक की गर्दन कट गई. वह इतनी बुरी अवस्था में लहूलुहान कैसे हो गया. यदि युवक ने खुद की गर्दन काटी तो पुलिस अभिरक्षा में कैसे किसी को धारदार हथियार मिल गया. क्या पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई थी. या फिर पुलिस की टॉर्चर प्रक्रिया के चलते युवक की गर्दन कटी.

ऐसे ही कई सवाल है लेकिन जवाब देने वाला कोई नहीं है. अधिकारी इस पूरे मामले में मुंह चुराते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं मीडिया के तमाम प्रयासों के बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने इस पूरी घटना में सिर्फ इस बात की जानकारी दी है कि युवक पर नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप था, जिसके चलते पुलिस ने नाबालिग बच्ची और इस युवक को गिरफ्तार कर लिया है.

ये भी पढ़ेंः आगरा में हिंदूवादियों को सता रहा गिरफ्तारी का डर, क्राइम ब्रांच से निष्पक्ष जांच कराने की उठी मांग

कानपुर: उत्तर प्रदेश में लगातार अपराध पर अंकुश लगाने की कवायद सरकार करती नजर आ रही है. अधिकारियों को भी इस बात के सख्त आदेश दे दिए गए हैं कि अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जाए. लेकिन, कानपुर देहात की एक घटना ने पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां पुलिस अभिरक्षा में एक आरोपी युवक की गर्दन कट गई. गंभीर हालत में पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया है. लेकिन, सवाल यह है कि आखिर गर्दन कटी कैसे, इस पर पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

मामला जनपद कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र का है. जहां थाने में पकड़ कर लाए गए आरोपी युवक की गर्दन कट जाने के बाद पुलिस के हाथ पैर फूल गए. फिलहाल इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है कि युवक की गर्दन किन परिस्थितियों में कटी. युवक ने खुद अपनी गर्दन को काट लिया या इसके पीछे कोई और कारण है. पुलिस ने घायल युवक को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए कानपुर नगर के हैलट हॉस्पिटल रेफर कर दिया है.

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के तमाम आलाअधिकारी थाने में आकर डेरा डाल दिए हैं, जिसके बाद काफी देर तक इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया. वहीं दूसरी ओर कानपुर देहात के अपर पुलिस अधीक्षक इस मामले में घायल युवक की गिरफ्तारी की बात भी कर रहे हैं. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि क्षेत्र के ही रहने वाले एक युवक ने अपनी नाबालिग बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी और आरोप लगाया था कि ये युवक बहला-फुसलाकर उनकी बेटी को लेकर चला गया है. जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग और युवक को गिरफ्तार कर लिया था. युवक मध्यप्रदेश के सतना जिले का बताया जा रहा है और इसका नाम आलोक गुप्ता है.

हालत नाजुक देख पुलिस ने आनन-फानन में आलोक गुप्ता को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया है. उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. गर्दन की कई नसें कट जाने के बाद उसे आईसीयू में एडमिट कर दिया गया है. इस घटना से पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं. पुलिस अभिरक्षा में आखिर कैसे युवक की गर्दन कट गई. वह इतनी बुरी अवस्था में लहूलुहान कैसे हो गया. यदि युवक ने खुद की गर्दन काटी तो पुलिस अभिरक्षा में कैसे किसी को धारदार हथियार मिल गया. क्या पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई थी. या फिर पुलिस की टॉर्चर प्रक्रिया के चलते युवक की गर्दन कटी.

ऐसे ही कई सवाल है लेकिन जवाब देने वाला कोई नहीं है. अधिकारी इस पूरे मामले में मुंह चुराते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं मीडिया के तमाम प्रयासों के बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने इस पूरी घटना में सिर्फ इस बात की जानकारी दी है कि युवक पर नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप था, जिसके चलते पुलिस ने नाबालिग बच्ची और इस युवक को गिरफ्तार कर लिया है.

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