बिलासपुर: शनिवार को सरकारी छुट्टी होने की वजह से कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में पर्यटकों की भीड़ काफी बढ़ गई थी. कई बार भीड़ में कई ऐसे शरारती तत्व भी होते हैं जो जानवरों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. लेकिन शनिवार की दोपहर कुछ ऐसा हुआ जिससे कानन प्रबंधन और पर्यटकों के होश उड़ गए. दोपहर लगभग 12:30 बजे के करीब शेर के केज में एक युवक जाली फांद कर कूद गया.
कानन पेंडारी जू में मची अफरा तफरी: युवक के कूदते ही पर्यटक चीखने चिल्लाने लगे और लोगों में खलबली मच गई. सभी बचाओ बचाओ चिल्ला रहे थे. बचाओ बचाओ की आवाज जानवरों की सुरक्षा में लगे. कर्मचारियों तक पहुंची. लोगों की आवाज सुनकर केज के अंदर देखा तो एक युवक शेर के पीछे खड़ा हुआ था और वह धीरे-धीरे शेर की ओर बढ़ रहा था. तभी आनन-फानन में कर्मचारियों ने प्रबंधन और अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी. एक महिला कर्मचारी शेर के डार्क रूम के पास तक पहुंच गई और उसकी सूझबूझ की वजह से युवक की जान बचाई जा सकी.
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ऐसे बची युवक की जान: युवक के शेर के केज में कूदने की जानकारी लगते ही प्रबंधन के अधिकारी और जू कीपर सहित महिला डिप्टी रेंजर सुखबाई कवंर शेर के केज तक पहुंच गई. महिला डिप्टी रेंजर की सूझबूझ ने युवक की जान बचा ली. महिला डिप्टी रेंजर ने शेर को डार्क रूम की ओर से चिल्लाई और शेर सीधा डार्क रूम के अंदर चला गया. तब डार्क रूम का गेट बंद कर दिया गया और युवक की जान बचाई जा सकी. सबसे अच्छी बात यह रही कि जब युवक शेर के केज में कूदा तो उस समय शेर विपरीत दिशा में देख रहा था और यही वजह है कि शेर ने युवक पर हमला नहीं किया.
मानसिक रोगी है युवक: शेर के केज में कूदने के बाद कर्मचारियों ने युवक को बाहर निकाला. युवक से जानकारी लेने पर पता चला कि वह मगरपारा अंबेडकर नगर में रहने वाला कुंतल भीमटे है. कुंतल भीमटे को देखकर ही लग रहा था कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. वह कानन पेंडारी के अधिकारियों को बताया कि वह घूमने आया था, उसकी जानकारी लेने के बाद जब परिजनों को जानकारी दी गई तो परिजन तत्काल कानन पेंडारी पहुंच गए और बताया कि युवक की मानसिक स्थिति काफी दिनों से ठीक नहीं चल रही है. उसे घर में ही बंद कर रखा जाता है लेकिन इस बात की जानकारी उन्हें नहीं लग पाई थी वह बाहर कब और कैसे निकला, तब कानन प्रबंधन ने वन अधिनियम के तहत उस पर जुर्म दर्ज कर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया.