नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पिछले महीने भर से बैठे पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया. दिल्ली पुलिस ने संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर बवाल करने के कारण सभी पहलवानों को हिरासत में लिया था. वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि पहलवान अगर फिर से प्रदर्शन करना चाहते हैं तो उन्हें फिर से आवेदन देना होगा. इस बार उन्हें जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने नहीं दिया जाएगा. उन्हें प्रदर्शन के लिए कोई नई जगह बताई जाएगी.
इसके बाद अब पहलवान अपने आंदोलन को दोबारा से शुरू करने की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. विरोध जताने की नई रणनीति के तहत मंगलवार शाम को ये पहलवान अपने मेडल्स को हरिद्वार गंगा में बहाने के लिए लेकर चल दिए. बीच में मध्यस्थता करते हुए भाकियू (टिकैत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पहलवानों से मेडल वापस लेकर सरकार को पांच दिन में पहलवानों की मांगें पूरी करने का अल्टीमेटम दे दिया. अब देखना यह है कि दो बार प्रदर्शन खत्म होने के बाद पहलवान तीसरे चरण के अपने विरोध प्रदर्शन में नया क्या करते हैं. आइए जानते हैं कि जनवरी में पहली बार हुए पहलवानों के प्रदर्शन और 23 अप्रैल से दूसरी बार शुरू हुए धरना प्रदर्शन में कब-कब क्या हुआ.
पहलवानों के प्रदर्शन में कब-कब क्या हुआ