इंदौर। क्या आप कल्पना करेंगे कि 1 किलो आम की कीमत ढाई लाख रुपए भी हो सकती है? जी हां, दरअसल जापान का मियाजाकी आम विश्व का सबसे महंगा आम माना जाता है, बीते सीजन में यह जापान में ढाई लाख रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिका. अब इस आम की खेती भारत, बांग्लादेश, थाईलैंड और फिलीपींस में भी होने लगी है. मध्यप्रदेश में जबलपुर के बाद यह पहला मौका है जब मालवा अंचल में दुनिया के सबसे महंगे मियाजाकी आम की खेती की तैयारी की गई है, जहां इस सीजन में सैकड़ों आम के पौधे रोपे जाएंगे.
इतनी है आम की कीमत और इतना है वजन: दरअसल जापान के मियाजाकी शहर के नाम पर आम की यह किस्म दुनिया की सबसे महंगी आम की किस्म (World most expensive Miyazaki Mango) है. इसमें 1 आम का वजन करीब 330 ग्राम होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट beta-carotene और फोलिक एसिड के गुण होते हैं. इसमें शुगर मात्र 15 से 20 फीसदी होती है, इसके अलावा इस आम का फल स्वाद की दृष्टि से बेजोड़ माना जाता है. लिहाजा जापान में मिलने वाला यह फल सबसे महंगा फल है जो 2022 में अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 2,70,000 रुपयो प्रति किलो तक बिका है. हाल ही में मध्यप्रदेश में यह आम उस दौरान चर्चा में आया था, जब जबलपुर के एक बागवान दंपत्ति ने आमों की चोरी रोकने के लिए चार गार्ड और साथ कुत्ते तैनात किए थे. अब जबकि जबलपुर के अलावा इंदौर, भोपाल समेत अन्य इलाकों में इस महंगे आम की भारी मांग है, लिहाजा राजस्थान के एक नर्सरी संचालक ने इस महंगे आम के पौधों की रोप तैयार करने के बाद इंदौर के कुछ किसानों को पौधे उपलब्ध कराएं हैं.
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अगला सीजन होगा मियाजाकी से भरा: राजस्थान के नर्सरी संचालक महेंद्र कुमार गुप्ता बताते हैं कि, "मियाजाकी आम की मांग पूरे देश में है, इसीलिए अब जापान, थाईलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दुर्लभ पौधे मदर प्लांट से भारत में भी तैयार किए जा रहे हैं. इसमें जापान का मियाजाकी मैंगो, ऑस्ट्रेलिया का नोनी फ्रूट और थाईलैंड के नींबू मोसंबी, चीकू आदि के पौधे हैं, जिन्हें मध्य प्रदेश की जलवायु में बचाए रखने के लिए 3 साल तक यहां लगाकर इनका अध्ययन किया गया है. इसके बाद जब इनका सर्वाइवल रेट 100 फ़ीसदी पाया गया, तो अब इनके पौधे ऑन डिमांड किसानों को दिए जा रहे हैं. मियाजाकी जैसा महंगा आम का पौधा अधिकांश मामलों में डुप्लीकेट ही बेचा जाता है, लेकिन देश में कुछ नर्सरी संचालक ही हैं जो पक्के बिल के साथ आम का पौधा उपलब्ध करा रहे हैं." इधर इंदौर में कुछ उन्नति शील किसानों ने अपने बगीचे में इस आम के पौधे लगाए हैं, जो आगामी सीजन में फल देने की स्थिति में होंगे.