नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को कहा कि म्यांमार में हालात 'जटिल' हैं तथा भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सकारात्मक तरीके से काम कर रहा है ताकि ऐसे संतुलित निष्कर्ष निकाले जा सकें, जो परिस्थितियों को सुलझाने में मददगार हों.
एक फरवरी को सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. उन्होंने कहा, म्यांमार में सभी संबंधित व्यक्तियों से हमारे अच्छे संपर्क हैं तथा हम हालात को बेहतर बनाने के लिए सभी के साथ बात कर रहे हैं.
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म्यांमार में सेना द्वारा तख्तापलट के बाद पुलिस ने बेदखल हुईं लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की पर औपचारिक आरोप मढ़े. इसके साथ ही एक फरवरी को नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की और उनकी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) के अन्य नेताओं को भी हिरासत में ले लिया गया था. सेना के इस कदम का अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों ने कड़ा विरोध भी किया था.
उन्होंने कहा कि म्यांमार द्वारा लोकतंत्र की दिशा में पिछले दशकों में किए गए लाभों को कम नहीं किया जाना चाहिए. भारत हमेशा एक स्थिर लोकतांत्रिक संघीय संघ के रूप में उभरने के लिए देश में लोकतांत्रिक संक्रमण की प्रक्रिया में अपना समर्थन देता रहा है.
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उन्होंने कहा, म्यांमार में हमारे संबंध अच्छे हैं. हम अपनी पूरी क्षमता से स्थिति को सुविधाजनक बनाने की कोशिश कर रहे हैं.