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Chandrayaan 3 : इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का है नतीजा है चंद्रयान-3 की सफलता : सोमनाथ - सफलता पूरी टीम के संयुक्त प्रयास का परिणाम

भारत का चंद्रयान-3 बुधवार की शाम तय समय पर जैसे ही सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरा पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई. इसरो चीफ एस.सोमनाथ ने टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का है नतीजा है. परियोजना निदेशक वीरमुथुवेल और पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने भी टीम को बधाई दी है.

Chandrayaan 3
एस सोमनाथ
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 23, 2023, 10:00 PM IST

Updated : Aug 23, 2023, 10:51 PM IST

बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने बुधवार को कहा कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) की सफलता इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा कि यह सफलता 'बहुत बड़ी' और 'प्रोत्साहित करने वाली' है.

  • #WATCH | ISRO chief S Somanath congratulates his team on the success of the Chandrayaan-3 mission, says, "Thank you everyone for the support...We learned a lot from our failure and today we succeeded. We are looking forward to the next 14 days from now for Chandrayaan-3." pic.twitter.com/Rh0t5uHhGd

    — ANI (@ANI) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.

  • #WATCH | "Today Chandrayaan-3 very successfully landed. So this happiness goes to each and every person in India as well as Tamil Nadu. So I am very very happy. My son worked hard. As a father, I am sharing the happiness with you. I am very happy," says Chandrayaan-3 project… pic.twitter.com/hl3OJ9gVvf

    — ANI (@ANI) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन कॉल किया और अपनी शुभकामनाएं आप सभी को और आपके परिवारों को इसरो में किए गए आपके शानदार कार्य के लिए दी हैं. चंद्रयान-3 और ऐसे अन्य मिशन में सहयोग देने के लिए मैं उनको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. राष्ट्र के लिए हम जो प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रशंसा मिल रही है.'

सोमनाथ ने मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करने वाले सभी लोगों का और इसरो के पूर्व प्रमुख ए एस किरन कुमार समेत अन्य वैज्ञानिकों का भी आभार जताया.

  • #WATCH पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी।

    उन्होंने कहा, "हम वास्तव में उत्साहित हैं...हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।" pic.twitter.com/hOCim8QI9o

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'वे बहुत मददगार रहे, वे उस टीम का हिस्सा थे जो वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास बढ़ाते थे. इससे वैज्ञानिक अपने काम की समीक्षा करते थे और सुनिश्चित करते थे कि कोई गलती न हो.'

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और 26 किलोग्राम वजनी रोवर 'प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की 'सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की. भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.

सोमनाथ ने रेखांकित किया कि यह इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, 'यह वह यात्रा है जो चंद्रयान-1 से शुरू हुई थी, जो चंद्रयान-2 में भी जारी रही और चंद्रयान-2 अब भी काम कर रहा है और बहुत से संदेश भेज रहा है.'

  • WATCH | India becomes the first country to land on the lunar south pole with Chandrayaan-3 mission

    Former ISRO scientist Nambi Narayan says, " What we have achieved is unbelievable...Every failure of Chandrayaan-2 was addressed and rectified, and its failure was used in our… pic.twitter.com/oEM0pBEOby

    — ANI (@ANI) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सोमनाथ ने कहा, 'चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न बनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'यह प्रोत्साहित करने वाली प्रगति है और निश्चित तौर पर बहुत बड़ी है.'

परियोजना निदेशक वीरमुथुवेल बोले, सफलता पूरी टीम के संयुक्त प्रयास का परिणाम: चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान में प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार 'त्रुटिहीन तरीके से हुआ'

उन्होंने चंद्रयान-3 अभियान की सफलता के लिए पिछले चार वर्षों के दौरान पूरी टीम द्वारा किए गए संयुक्त प्रयास को श्रेय दिया. वीरमुथुवेल ने कहा, 'यह ख़ुशी का एक बड़ा क्षण है. अभियान के परियोजना निदेशक के रूप में इस लक्ष्य को प्राप्त करने पर टीम की ओर से मुझे अत्यधिक संतुष्टि मिली है. प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार त्रुटिहीन तरीके से हुआ.'

उन्होंने अभियान संचालन परिसर में चंद्रयान-3 टीम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत चंद्रमा की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला चौथा देश और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है.

वीरमुथुवेल ने प्रक्षेपण से लेकर आज तक अभियान के संचालन की गहन समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण संचालन समीक्षा समिति के प्रति भी आभार व्यक्त किया.

यू आर राव उपग्रह केंद्र के निदेशक एम शंकरन ने कहा, 'आज की सफलता ने टीम इसरो पर अधिक जिम्मेदारी डाल दी है, क्योंकि हमने इतना उच्च मानक स्थापित कर दिया है, और भविष्य में हमारे लिए इससे कम शानदार कुछ भी प्रेरणादायक नहीं होगा.'

चंद्रयान-3 यू आर राव उपग्रह केंद्र में ही बनाया गया था. उन्होंने कहा, 'जैसा कि प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया है, अब हम मनुष्य को अंतरिक्ष में भेजने, शुक्र के चारों ओर अंतरिक्ष यान भेजने और मंगल ग्रह पर यान उतारने पर विचार करेंगे.'

यह रेखांकित करते हुए कि टीम इसरो ने आज जो हासिल किया है उसके लिए उसने वर्ष 2019 को निर्धारित किया था शंकरन ने कहा 'इसमें चार साल की देरी हुई है, लेकिन हमने यह कर दिखाया.'

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(पीटीआई-भाषा)

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  • #WATCH | ISRO chief S Somanath congratulates his team on the success of the Chandrayaan-3 mission, says, "Thank you everyone for the support...We learned a lot from our failure and today we succeeded. We are looking forward to the next 14 days from now for Chandrayaan-3." pic.twitter.com/Rh0t5uHhGd

    — ANI (@ANI) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भी दक्षिण अफ्रीका से ऑनलाइन माध्यम से इस जटिल मिशन के मुकाम तक पहुंचने के गवाह बनने के लिए जुड़े थे और उन्होंने भी वैज्ञानिकों की कोशिश की प्रशंसा की.

  • #WATCH | "Today Chandrayaan-3 very successfully landed. So this happiness goes to each and every person in India as well as Tamil Nadu. So I am very very happy. My son worked hard. As a father, I am sharing the happiness with you. I am very happy," says Chandrayaan-3 project… pic.twitter.com/hl3OJ9gVvf

    — ANI (@ANI) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मिशन परिचालन परिसर में इसरो टीम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री ने मुझे फोन कॉल किया और अपनी शुभकामनाएं आप सभी को और आपके परिवारों को इसरो में किए गए आपके शानदार कार्य के लिए दी हैं. चंद्रयान-3 और ऐसे अन्य मिशन में सहयोग देने के लिए मैं उनको धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. राष्ट्र के लिए हम जो प्रेरणादायक कार्य कर रहे हैं, उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रशंसा मिल रही है.'

सोमनाथ ने मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करने वाले सभी लोगों का और इसरो के पूर्व प्रमुख ए एस किरन कुमार समेत अन्य वैज्ञानिकों का भी आभार जताया.

  • #WATCH पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी।

    उन्होंने कहा, "हम वास्तव में उत्साहित हैं...हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।" pic.twitter.com/hOCim8QI9o

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'वे बहुत मददगार रहे, वे उस टीम का हिस्सा थे जो वैज्ञानिकों का आत्मविश्वास बढ़ाते थे. इससे वैज्ञानिक अपने काम की समीक्षा करते थे और सुनिश्चित करते थे कि कोई गलती न हो.'

इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और 26 किलोग्राम वजनी रोवर 'प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की 'सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की. भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ.

सोमनाथ ने रेखांकित किया कि यह इसरो नेतृत्व और वैज्ञानिकों की पीढ़ियों की मेहनत का नतीजा है. उन्होंने कहा, 'यह वह यात्रा है जो चंद्रयान-1 से शुरू हुई थी, जो चंद्रयान-2 में भी जारी रही और चंद्रयान-2 अब भी काम कर रहा है और बहुत से संदेश भेज रहा है.'

  • WATCH | India becomes the first country to land on the lunar south pole with Chandrayaan-3 mission

    Former ISRO scientist Nambi Narayan says, " What we have achieved is unbelievable...Every failure of Chandrayaan-2 was addressed and rectified, and its failure was used in our… pic.twitter.com/oEM0pBEOby

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सोमनाथ ने कहा, 'चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न बनाने के साथ चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 बनाने वाली पूरी टीम के योगदान को याद किया जाना चाहिए और धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'यह प्रोत्साहित करने वाली प्रगति है और निश्चित तौर पर बहुत बड़ी है.'

परियोजना निदेशक वीरमुथुवेल बोले, सफलता पूरी टीम के संयुक्त प्रयास का परिणाम: चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान में प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार 'त्रुटिहीन तरीके से हुआ'

उन्होंने चंद्रयान-3 अभियान की सफलता के लिए पिछले चार वर्षों के दौरान पूरी टीम द्वारा किए गए संयुक्त प्रयास को श्रेय दिया. वीरमुथुवेल ने कहा, 'यह ख़ुशी का एक बड़ा क्षण है. अभियान के परियोजना निदेशक के रूप में इस लक्ष्य को प्राप्त करने पर टीम की ओर से मुझे अत्यधिक संतुष्टि मिली है. प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक संपूर्ण मिशन का संचालन समयसीमा के अनुसार त्रुटिहीन तरीके से हुआ.'

उन्होंने अभियान संचालन परिसर में चंद्रयान-3 टीम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत चंद्रमा की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला चौथा देश और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है.

वीरमुथुवेल ने प्रक्षेपण से लेकर आज तक अभियान के संचालन की गहन समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण संचालन समीक्षा समिति के प्रति भी आभार व्यक्त किया.

यू आर राव उपग्रह केंद्र के निदेशक एम शंकरन ने कहा, 'आज की सफलता ने टीम इसरो पर अधिक जिम्मेदारी डाल दी है, क्योंकि हमने इतना उच्च मानक स्थापित कर दिया है, और भविष्य में हमारे लिए इससे कम शानदार कुछ भी प्रेरणादायक नहीं होगा.'

चंद्रयान-3 यू आर राव उपग्रह केंद्र में ही बनाया गया था. उन्होंने कहा, 'जैसा कि प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया है, अब हम मनुष्य को अंतरिक्ष में भेजने, शुक्र के चारों ओर अंतरिक्ष यान भेजने और मंगल ग्रह पर यान उतारने पर विचार करेंगे.'

यह रेखांकित करते हुए कि टीम इसरो ने आज जो हासिल किया है उसके लिए उसने वर्ष 2019 को निर्धारित किया था शंकरन ने कहा 'इसमें चार साल की देरी हुई है, लेकिन हमने यह कर दिखाया.'

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(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Aug 23, 2023, 10:51 PM IST
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