रायपुर : देश का सबसे मशहूर पर्यटन स्थल गोवा इन दिनों चर्चा में है. दिन रात पर्यटकों की आवाजाही इस शहर को गुलजार बनाती है. दो नाबालिग लड़कियों से रेप के बाद यहां के सीएम के बयान का देश में चौतरफा विरोध हो रहा है. छत्तीसगढ़ की महिलाओं ने भी गोवा सीएम के बयान पर नाराजगी जाहिर की है.
गोवा में हाल ही में समुद्र तट पर दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सीएम प्रमोद सावंत के बयान को लेकर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने कामकाजी महिलाओं और भाजपा- कांग्रेस के पदाधिकारी के साथ ही सोशल वर्कर से भी बात की है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटना शर्मनाक है और सरकार अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकती. महिलाओं ने ऐसी घटनाओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के द्वारा दिए गए बयान को लेकर कामकाजी महिलाओं ने भी सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि अगर घर की बेटियां घर से बाहर जाती है, तो मां बाप की भी जिम्मेदारी है कि उनकी बेटी कहां जा रही है. लेकिन सरकार और पुलिस को भी इसके लिए कड़े कदम उठाना चाहिए. जिससे इस तरह की घटना पर रोक लग सके और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार को गंभीर होने की जरूरत है.
दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक गैंगरेप की घटना पर भाजपा नेत्री का कहना है कि पहली जिम्मेदारी पैरेंट्स की है कि उनकी बेटियां घर से बाहर कहां जा रही हैं, और क्यों जा रही है. भाजपा नेत्री ने यह भी स्वीकार किया है कि इसके लिए शासन प्रशासन भी जवाबदेह है लेकिन पहली प्राथमिकता पैरेंट्स की है. उन्होंने कहा कि इस तरह के मुख्यमंत्री के बयान से अगर किसी को ठेस पहुंची है तो मुख्यमंत्री ने लोगों से माफी भी मांगी है.
वहीं इस मामले को लेकर जब हमने कांग्रेस नेत्री से बात की तो उन्होंने इस तरह की घटना को घृणित बताया. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को लेकर पैरेंट्स हमेशा आत्म चिंतन करते हैं. नागरिकों की सुरक्षा करना पुलिस की जिम्मेदारी है. इस तरह की कोई घटना सामने आती है तो बीजेपी के नेता अपनी कमजोरी छिपाने और दबाने के लिए पूरी जिम्मेदारी बेटियों पर डाल देते हैं. गोवा सरकार अगर नागरिकों की सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है तो ऐसे में इस्तीफा दे दे.
सोशल वर्कर प्रीति उपाध्याय का कहना है कि आखिर रातभर रेपिस्ट शहर में क्यों घूमते हैं. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा और उन्होंने गोवा की घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकती. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है और सरकार को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
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गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने यह कहा था
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि लड़कियां इतनी देर तक बाहर क्यों थी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना माता-पिता की जिम्मेदारी है. राज्य के मुख्यमंत्री के इस बयान की हर ओर निंदा हो रही है, सामाजिक संस्थाओं से लेकर सियासी दल ने भी उनकी निंदा की है. छत्तीसगढ़ की महिलाएं और युवतियों ने भी गोवा सीएम के बयान की आलोचना की है. इस बयान को उन्होंने गलत बताया. महिलाओं का कहना है कि गोवा सीएम प्रमोद सावंत का बयान महिला की आजादी के खिलाफ है.