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मध्य प्रदेश: फसल बचाने को महिलाओं ने कराई नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड - नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड

अंधविश्वास (Superstition) के दलदल में फंसी महिलाओं ने बारिश के लिए नाबालिग लड़कियों की पूरे गांव में नग्न परेड (Girls Nude Parade) करा दी क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से बारिश (Nude Parade for Rain) हो जाएगी, जिससे उनकी सूखती फसल बच जाएगी.

महिलाओं ने कराई नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड
महिलाओं ने कराई नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड
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Published : Sep 7, 2021, 9:32 AM IST

दमोह: मध्य प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में अधिकांश ग्रामीणों की आजीविका खेती पर निर्भर हैं, लेकिन इस बार बारिश नहीं होने से जहां धान की फसलें सूख रही हैं वहीं, लोगों को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है. इसी सिलसिले में महिलाएं खेर माता मंदिर में माता को गोबर से थोपकर और मिदरिया को मूसर में बांधकर टोटका (Totka) कर रही हैं. इसके साथ-साथ गांव-गांव में अखंड कीर्तन भी किया जा रहा है.

दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक की अमदर ग्राम पंचायत के ग्रामीण अंचल बनिया गांव में तो महिलाओं ने हद ही कर दी. महिलाओं ने गांव की नाबालिग लड़कियों को नग्न कर (Nude Parade for Rain) और मूसल में बांधकर पूरे गांव में घुमाया. उनका कहना है कि ऐसा करने पर बारिश हो जाती है.

महिलाओं ने कराई नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड

महिलाओं ने बताया कि हम लोगों ने खेर माता मंदिर (Kher Mata Mandir) में माता रानी को गाय के गोबर से थोप दिया है, ऐसा हम लोगों का मानना है कि नाबालिग लड़कियों को नग्न कर (Girls Nude Parade) उन्हें मूसल में बांधकर गांव की गलियों से घुमाते हुए खेर माता मंदिर में माता रानी के पास तक ले जाएंगे, इसके बाद गांव के प्रत्येक घर से राशन मांगेंगे, जिसमें आटा, चावल, दाल और नमक रहेगा और माता रानी के मंदिर में जाकर गांव की सभी महिलाएं और पुरुष गक्कड़ बनाकर पूजन के बाद भोजन करेंगे.

MP में हर साल खेला जाता है यह 'खूनी खेल', अब तक कई लोग गवां चुके है जान, आखिर क्यों प्रशासन रोकने में है नाकाम?

उन्होंने बताया कि जब-जब हमारे क्षेत्र में सूखे की स्थिति बनती है तो सभी गांव की महिलाएं और पुरुष ऐसा ही करते हैं. ऐसा करने से इंद्र भगवान खुश होकर बारिश करते हैं, जिससे हमारे खेत पानी से लबालब भर जाते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा करने से पानी इतना तेज गिरता है कि माता के शरीर पर लगा गाय का गोबर अपने आप तेज बारिश में धुल जाता है और हमारी धान की फसलें भी माता रानी की कृपा से अच्छी होती है.

नोट: ईटीवी भारत का उद्देश्य अंधविश्वास (Superstition) फैलाना नहीं है, बल्कि ऐसी रूढ़ियों से लोगों को आगाह करना है कि इस तरह का कृत्य मानवाधिकार का उल्लंघन हैं.

दमोह: मध्य प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में अधिकांश ग्रामीणों की आजीविका खेती पर निर्भर हैं, लेकिन इस बार बारिश नहीं होने से जहां धान की फसलें सूख रही हैं वहीं, लोगों को परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है. इसी सिलसिले में महिलाएं खेर माता मंदिर में माता को गोबर से थोपकर और मिदरिया को मूसर में बांधकर टोटका (Totka) कर रही हैं. इसके साथ-साथ गांव-गांव में अखंड कीर्तन भी किया जा रहा है.

दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक की अमदर ग्राम पंचायत के ग्रामीण अंचल बनिया गांव में तो महिलाओं ने हद ही कर दी. महिलाओं ने गांव की नाबालिग लड़कियों को नग्न कर (Nude Parade for Rain) और मूसल में बांधकर पूरे गांव में घुमाया. उनका कहना है कि ऐसा करने पर बारिश हो जाती है.

महिलाओं ने कराई नाबालिग लड़कियों की नग्न परेड

महिलाओं ने बताया कि हम लोगों ने खेर माता मंदिर (Kher Mata Mandir) में माता रानी को गाय के गोबर से थोप दिया है, ऐसा हम लोगों का मानना है कि नाबालिग लड़कियों को नग्न कर (Girls Nude Parade) उन्हें मूसल में बांधकर गांव की गलियों से घुमाते हुए खेर माता मंदिर में माता रानी के पास तक ले जाएंगे, इसके बाद गांव के प्रत्येक घर से राशन मांगेंगे, जिसमें आटा, चावल, दाल और नमक रहेगा और माता रानी के मंदिर में जाकर गांव की सभी महिलाएं और पुरुष गक्कड़ बनाकर पूजन के बाद भोजन करेंगे.

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उन्होंने बताया कि जब-जब हमारे क्षेत्र में सूखे की स्थिति बनती है तो सभी गांव की महिलाएं और पुरुष ऐसा ही करते हैं. ऐसा करने से इंद्र भगवान खुश होकर बारिश करते हैं, जिससे हमारे खेत पानी से लबालब भर जाते हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा करने से पानी इतना तेज गिरता है कि माता के शरीर पर लगा गाय का गोबर अपने आप तेज बारिश में धुल जाता है और हमारी धान की फसलें भी माता रानी की कृपा से अच्छी होती है.

नोट: ईटीवी भारत का उद्देश्य अंधविश्वास (Superstition) फैलाना नहीं है, बल्कि ऐसी रूढ़ियों से लोगों को आगाह करना है कि इस तरह का कृत्य मानवाधिकार का उल्लंघन हैं.

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