लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के दो आरोपी प्राइवेट स्कूलों के मैनेजर पर यौन शोषण करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. ETV BHARAT की खबर का संज्ञान लेते हुए यूपी राज्य महिला आयोग ने मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि मामले की सारी जारी जानकारी जल्द से जल्द महिला आयोग को उपलब्ध कराई जाए.
बता दें कि बीते सोमवार को छात्राओं के परिजनों ने दो स्कूल के मैनेजरों पर आरोप लगाया था कि प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर रातभर एक स्कूल में रोका गया. वहां नशीला पदार्थ खिलाकर छात्राओं का यौन शोषण किया गया था. साथ ही रेप की कोशिश की गई है. जब इस मामले की जानकारी छात्रों ने परिजनों को दी गई तो इसकी शिकायत पुलिस को गई. आरोप है कि इस पर पुलिस ने ढीला रवैया अपनाया. सोमवार को बीजेपी विधायक के दवाब के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले पर संज्ञान लिया और मामला प्रकाश में आया.
मंगलवार को ETV BHARAT ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया. ETV BHARAT की खबर का संज्ञान लेते हुए महिला आयोग ने मुजफ्फरनगर डीएम को पत्र लिखा है. राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि, ETV BHARAT की वेबसाइट पर छपी खबर प्रसारित होने पर मामले की जानकारी हुई है. उपरोक्त प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत मामले का स्वतः संज्ञान लिया गया है. महिला आयोग घटना को शर्मनाक एवं निंदनीय बताकर नाराजगी प्रकट की है.
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ये है मामला
आरोप है कि यह घटना 18 नवंबर को उस समय हुई, जब मैनेजर एक स्कूल में पढ़ने वाली 17 लड़कियों को प्रायोगिक परीक्षा दिलाने के लिए दूसरे स्कूल में लेकर गए थे. यहां छात्राओं को रातभर रुकना पड़ा. पीड़िताओं के परिजनों की शिकायत के अनुसार, दोनों आरोपी मैनेजरों ने नाबालिग लड़कियों को कथित रूप से नशीला पदार्थ पिलाकर उनका यौन उत्पीड़न किया और बलात्कार करने की कोशिश की थी.