बेतिया: बिहार में गरीबी के सामने ममता हार गई. मामला चनपटिया थाना क्षेत्र का है. जहां गरीबी के कारण मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को त्याग दिया. बताया जाता है कि महिला ने नवजात बच्ची को चनपटिया पीएचसी में जन्म दिया. बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ थी लेकिन बच्ची के जन्म के थोड़ी ही देर के बाद मां चुपके से अस्पताल के पालने में अपनी बच्ची को छोड़कर अपने घर चली गई.
अस्पताल में बेटी को छोड़कर मां फरार: वहीं, जब अस्पताल में नवजात बच्ची रो रही थी, तभी अस्पताल के स्टाफ ने बच्ची की मां को खोजना शुरू कर दिया लेकिन बच्ची की मां का कोई पता नहीं चला. उसके बाद इसकी जानकारी अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप कुमार को दी गई. उन्होंने तुरंत चनपटिया थाने को फोन कर इसकी सूचना दी. इसके बाद चनपटिया थाना प्रभारी मनीष कुमार मौके पर पहुंचे. उसके बाद पुलिस ने मां की खोजबीन शुरू की.
महिला ने किसी अन्य को बच्ची सौंप दी: पुलिस की खोजबीन के बाद पता चला कि बच्ची की मां कुमारबाग थाना क्षेत्र की ही रहने वाली है. इसके बाद पुलिस मां को लेकर अस्पताल आई. मां को समझा-बुझाकर उसके नवजात बच्ची को उसे सौंप दिया गया लेकिन जैसे ही मां अस्पताल से बच्चे को लेकर निकाली, उसने अपने कलेजे के टुकड़े को किसी और को सौंप दिया और वह अपने घर चली गई.
5 बच्चों का पालन-पोषण संभव नहीं: महिला ने पुलिस को बताया कि वह बेहद गरीब है. वह इस बच्ची का पालन पोषण नहीं कर सकती है. उसके पास पहले से तीन बेटी और एक बेटा है. वह उसका पालन पोषण ठीक से नहीं कर पा रही है. अब एक और बेटी घर में ले जाएगी तो उसका कैसे पालन करेगी.