ETV Bharat / bharat

कर्नाटक के विधायक बोले जब तक मंत्री नहीं बनाया जाता, विधानसभा सत्र में भाग नहीं लूंगा

कर्नाटक में भाजपा विधायक के.एस. ईश्वरप्पा ने कहा कि जब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता, तब तक वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं लेंगे. ईश्वरप्पा ने ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

Etv BharatBJP MLA in Karnataka K.S. Eshwarappa (file photo)
Etv Bharatकर्नाटक में भाजपा विधायक के.एस. ईश्वरप्पा (फाइल फोटो)
author img

By

Published : Dec 20, 2022, 9:35 AM IST

बागलकोट: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक के.एस. ईश्वरप्पा ने सोमवार को कहा कि जब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता, तब तक वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं लेंगे. शिवमोगा से विधायक ईश्वरप्पा ने इस साल की शुरुआत में उडुपी के एक होटल में बेलगावी के एक ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

इस मामले में उनपर 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा था. ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि ठेकेदार आत्महत्या मामले में जांच एजेंसी द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद उन्हें मंत्री पद से वंचित किया जा रहा है. वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह बेलागवी जाएंगे, जहां विधानमंडल का सत्र चल रहा है, लेकिन इसमें भाग नहीं लेंगे.

ये भी पढ़ें- कर्नाटक : कृत्रिम तकनीकि से रैट स्नेक के 11 बच्चे हुए पैदा, देखें वीडियो

ईश्वरप्पा ने कहा, 'बेलगावी जाने का उद्देश्य विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी को एक पत्र सौंपना है, जिसमें पूरे सत्र में शामिल नहीं होने की अनुमति मांगी गई है.' बीजेपी के वरिष्ठ विधायक ने कहा कि जो लोग अपराध से मुक्त हैं उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए. मेरे मामले में फैसला आ गया है और क्लीन चिट दे दी गई है, लेकिन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई मुझे मंत्री पद देने के बारे में कह रहे हैं आज नहीं तो कल' (मुझे मंत्री बनाया जाएगा). ईश्वरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह मुझे मंत्री बनाएंगे और जोर देकर कहते हैं कि मेरे जैसे लोगों को मंत्रिमंडल में होना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं पता कि वह मुझे मंत्रिमंडल में शामिल क्यों नहीं कर रहे हैं.

(पीटीआई-भाषा)

बागलकोट: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक के.एस. ईश्वरप्पा ने सोमवार को कहा कि जब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता, तब तक वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं लेंगे. शिवमोगा से विधायक ईश्वरप्पा ने इस साल की शुरुआत में उडुपी के एक होटल में बेलगावी के एक ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

इस मामले में उनपर 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा था. ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि ठेकेदार आत्महत्या मामले में जांच एजेंसी द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद उन्हें मंत्री पद से वंचित किया जा रहा है. वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह बेलागवी जाएंगे, जहां विधानमंडल का सत्र चल रहा है, लेकिन इसमें भाग नहीं लेंगे.

ये भी पढ़ें- कर्नाटक : कृत्रिम तकनीकि से रैट स्नेक के 11 बच्चे हुए पैदा, देखें वीडियो

ईश्वरप्पा ने कहा, 'बेलगावी जाने का उद्देश्य विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी को एक पत्र सौंपना है, जिसमें पूरे सत्र में शामिल नहीं होने की अनुमति मांगी गई है.' बीजेपी के वरिष्ठ विधायक ने कहा कि जो लोग अपराध से मुक्त हैं उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए. मेरे मामले में फैसला आ गया है और क्लीन चिट दे दी गई है, लेकिन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई मुझे मंत्री पद देने के बारे में कह रहे हैं आज नहीं तो कल' (मुझे मंत्री बनाया जाएगा). ईश्वरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह मुझे मंत्री बनाएंगे और जोर देकर कहते हैं कि मेरे जैसे लोगों को मंत्रिमंडल में होना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं पता कि वह मुझे मंत्रिमंडल में शामिल क्यों नहीं कर रहे हैं.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.