कुरनूल: अगर घर में किसी की मृत्यु हो जाती है तो परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को सूचित किया जाता है और श्मशान घाट ले जाया जाता है और अंतिम संस्कार किया जाता है. लेकिन यहां पति की मौत के बाद पत्नी ने घर में ही अंतिम संस्कार कर दिया (Last Rites At home). घटना कुरनूल जिले के पट्टीकोंडा कस्बे की है.
पट्टीकोंडा की चिंताकायला गली में रहने वाले हरिकृष्ण प्रसाद (60) और ललिता मेडिकल की दुकान चलाकर अपना गुजारा कर रहे थे. बड़ा बेटा दिनेश कुरनूल के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर है. कनाडा में बसा सबसे छोटा बेटा मुकेश भी डॉक्टर है.
2016 में हरिकृष्ण प्रसाद का हार्ट पेन का इलाज हुआ था. 2020 में बड़े बेटे दिनेश की शादी हुई. पिछले कुछ समय से हरिकृष्ण प्रसाद की तबीयत खराब चल रही थी. पत्नी ललिता दुकान चलाकर पति की सेवा कर रही थी. सोमवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से हरिप्रसाद का निधन हो गया.
पति की मौत का पता चलने पर पत्नी ने बड़े बेटे दिनेश को फोन पर सूचना दी. दिनेश ने तुरंत डायल 100 को फोन कर मामले की सूचना पुलिस को दी.
यह महसूस करते हुए कि उसकी मदद करने वाला कोई नहीं है, ललिता ने अपने पति के शरीर पर पुरानी किताबें, कार्डबोर्ड बॉक्स और कपड़े डाल दिए और आग लगा दी. भारी मात्रा में धुआं होने के कारण स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक शव 90 फीसदी से ज्यादा जल चुका था. बेटे दिनेश की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. जले हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पट्टीकोंडा सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया.
पिछले कुछ सालों से... ललिता किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं और पुलिस का मानना है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. पुलिस इस संबंध में जांच कर रही है. दिनेश द्वारा दायर शिकायत में कहा गया था कि उसकी मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.