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फडणवीस का सवाल- क्यों डरी है उद्धव सरकार

महाराष्ट्र में विधानसभाध्यक्ष के चुनाव के लिए सियासी दांव पेंज जारी है. इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कहा कि सदन में बहुमत होने के बाद भी राज्य सरकार क्यों डरी हुई है. नाना पटोले के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के लिए इस पद से इस्तीफा देने के बाद फ़रवरी से ही विधानसभाध्यक्ष का पद खाली है.

फडणवीस
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Published : Jul 15, 2021, 4:41 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi) (एमवीए) सरकार द्वारा विधानसभाध्यक्ष पद के चुनाव में खुले मतदान का तरीका अपनाने के लिए नियमों में बदलाव की योजना की खबरों के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस (senior BJP leader Devendra Fadnavis ) ने सवाल किया कि सदन में बहुमत होने के बाद भी राज्य सरकार क्यों डरी हुई है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा कि यह कदम यह बताता है कि एमवीए सहयोगियों को न केवल एक दूसरे पर बल्कि उन्हें अपने विधायकों पर भी विश्वास नहीं है. फडणवीस ने कहा कि तीन दलों वाली यह गठबंधन सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी और ऐसा होने उनकी पार्टी राज्य में एक वैकल्पिक सरकार मुहैया कराएगी.

विधानसभा में विपक्ष के नेता यहां के निकट स्थित रामभाऊ म्हाल्गी प्रबोधिनी में संवाददाताओं से बात कर रहे थे.

नाना पटोले ( Nana Patole ) के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के लिए इस पद से इस्तीफा देने के बाद फ़रवरी से ही विधानसभाध्यक्ष का पद खाली है. परंपरा के अनुसार अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित होते हैं.

अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए राज्य सरकार द्वारा नियमों में बदलाव पर विचार किए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ' अगर आपके पास बहुमत है तो आप क्यों डर रहे हैं और आप नियमों में बदलाव क्यों कर रहे हैं? आप क्यों खुला मतदान चाहते हैं? इसका मतलब है कि एमवीए गठबंधन को न तो एक-दूसरे पर और न ही अपने विधायकों पर भरोसा है.'

उन्होंने कहा, ' विधायी नियमों में किसी भी तरह का परिवर्तन करने के लिए अध्यक्ष द्वारा बैठक बुलाई जाती है. उपाध्यक्ष के पास यह शक्ति नहीं है. अध्यक्ष के बिना इस तरह की बैठक वैध नहीं है.'

इसी बीच सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए सरकार नियमों में बदलाव पर विचार कर रही है. हाल में ही इस संबंध में पहली बैठक हुई लेकिन अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा, 'जब यह मुद्दा हमारे सामने आएगा तो हम इस पर अपना पक्ष रखेंगे.' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस के प्रदेशअध्यक्ष नाना पटोले अगले विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने की बात करते हैं तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष उनका प्रतिकार करते हैं और पवार से मिलने वाले कांग्रेस नेता पटोले को साथ नहीं रखते हैं, यह दिखाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन में क्या चल रहा है.'

यह भी पढ़ें- अमित शाह के पास सहकारिता विभाग गया, तो कुछ लोग डर गए : फडणवीस

फडणवीस ने कहा, ' हम मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे हैं. मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि यह सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी. मैंने ऐसा होने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. जब ऐसा होगा तो हम एक वैकल्पिक सरकार बनाएंगे.'

एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि एमवीए के सहयोगी एक-दूसरे से लड़ेंगे लेकिन वे त्रिदलीय सरकार को गिरने नहीं देंगे.

(पीटीआई भाषा)

मुंबई : महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi) (एमवीए) सरकार द्वारा विधानसभाध्यक्ष पद के चुनाव में खुले मतदान का तरीका अपनाने के लिए नियमों में बदलाव की योजना की खबरों के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस (senior BJP leader Devendra Fadnavis ) ने सवाल किया कि सदन में बहुमत होने के बाद भी राज्य सरकार क्यों डरी हुई है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा कि यह कदम यह बताता है कि एमवीए सहयोगियों को न केवल एक दूसरे पर बल्कि उन्हें अपने विधायकों पर भी विश्वास नहीं है. फडणवीस ने कहा कि तीन दलों वाली यह गठबंधन सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी और ऐसा होने उनकी पार्टी राज्य में एक वैकल्पिक सरकार मुहैया कराएगी.

विधानसभा में विपक्ष के नेता यहां के निकट स्थित रामभाऊ म्हाल्गी प्रबोधिनी में संवाददाताओं से बात कर रहे थे.

नाना पटोले ( Nana Patole ) के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के लिए इस पद से इस्तीफा देने के बाद फ़रवरी से ही विधानसभाध्यक्ष का पद खाली है. परंपरा के अनुसार अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित होते हैं.

अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए राज्य सरकार द्वारा नियमों में बदलाव पर विचार किए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, ' अगर आपके पास बहुमत है तो आप क्यों डर रहे हैं और आप नियमों में बदलाव क्यों कर रहे हैं? आप क्यों खुला मतदान चाहते हैं? इसका मतलब है कि एमवीए गठबंधन को न तो एक-दूसरे पर और न ही अपने विधायकों पर भरोसा है.'

उन्होंने कहा, ' विधायी नियमों में किसी भी तरह का परिवर्तन करने के लिए अध्यक्ष द्वारा बैठक बुलाई जाती है. उपाध्यक्ष के पास यह शक्ति नहीं है. अध्यक्ष के बिना इस तरह की बैठक वैध नहीं है.'

इसी बीच सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए सरकार नियमों में बदलाव पर विचार कर रही है. हाल में ही इस संबंध में पहली बैठक हुई लेकिन अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा, 'जब यह मुद्दा हमारे सामने आएगा तो हम इस पर अपना पक्ष रखेंगे.' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस के प्रदेशअध्यक्ष नाना पटोले अगले विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने की बात करते हैं तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष उनका प्रतिकार करते हैं और पवार से मिलने वाले कांग्रेस नेता पटोले को साथ नहीं रखते हैं, यह दिखाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन में क्या चल रहा है.'

यह भी पढ़ें- अमित शाह के पास सहकारिता विभाग गया, तो कुछ लोग डर गए : फडणवीस

फडणवीस ने कहा, ' हम मजबूत विपक्ष की भूमिका अदा कर रहे हैं. मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि यह सरकार अपने ही भार तले दब जाएगी. मैंने ऐसा होने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. जब ऐसा होगा तो हम एक वैकल्पिक सरकार बनाएंगे.'

एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि एमवीए के सहयोगी एक-दूसरे से लड़ेंगे लेकिन वे त्रिदलीय सरकार को गिरने नहीं देंगे.

(पीटीआई भाषा)

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