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WHO की चीफ साइंटिस्ट का बड़ा बयान-कोरोना से लड़ाई में हर्ड इम्युनिटी एक मूर्खतापूर्ण विचार

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या विश्वनाथन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ने के लिए नेचुरल इंफेक्शन के जरिए हर्ड इम्यूनिटी हासिल करने का विचार मूर्खतापूर्ण है क्योंकि इसके लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. पढ़ें पूरी खबर.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या विश्वनाथन
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या विश्वनाथन
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Published : Feb 4, 2022, 12:09 PM IST

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ लड़ने के लिए नेचुरल इंफेक्शन के जरिए हर्ड इम्युनिटी (herd immunity) हासिल करने का विचार मूर्खतापूर्ण है क्योंकि इसके लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल एनडीटीवी से इंटरव्यू में ये बातें कहीं.

उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 मूल वेरिएंट BA.1 की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और इसका ट्रांसमिशन अन्य सब वेरिएंट से अधिक है. दुनिया के कई देशों को इसने अपनी चपेट में ले लिया है, खासकर डेनमार्क और भारत.

डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organisation) अभी तक ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicon Variant) के प्रभाव पर टिप्पणी नहीं कर सकता है क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है. इसे लेकर इस बात पर रिसर्च चल रहा है कि अगर यह वेरिएंट पुनः संक्रमण का कारण बनता है तो यह लंबी अवधि में इम्युनिटी को किस तरह प्रभावित करेगा.

2 महीने का समय बहुत कम

निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह जानने के लिए 2 महीने का समय बहुत कम है. हमने कुछ स्टडीज को देखा है जहां नए वेरिएंट से ठीक होने वाले मरीजों के रक्त ने डेल्टा संक्रमण में मदद की, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि यह भविष्य के वेरिएंट के लिए सही साबित होगा या नहीं.

गंभीर बीमारी के मामले कम

उन्होंने मौजूदा कोविड-19 वैक्सीन (Covid 19 Vaccine) ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) के खिलाफ कितनी प्रभावी है इस पर कहा कि, लैब में हुई स्टडीज से यह पता चला है कि एंटीबॉडीज नए वेरिएंट को बेअसर करें ऐसी संभावना कम है. हालांकि राहत की बात है कि वैक्सीनेशन (Vaccination) कराने वाले रोगियों में मौत और गंभीर बीमारी के मामले कम देखने को मिले हैं.

पढ़ें: ICICI लोम्बार्ड ऐप में स्कैन डायग्नोस्टिक फीचर, घर बैठे चेक कर सकेंगे BP

अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम

डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि वैक्सीन की मदद से मौत और अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम हो रहा है. साथ ही उम्रदराज और कमजोर आबादी को वायरस के प्रभाव से सुरक्षित है. इससे पता चलता है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) प्रभावी है और एक बेहतर रक्षा प्रणाली है.

उन्होंने कहा कि हाइब्रिड इम्युनिटी (Hybrid immunity) इस समय हमारे पास सबसे मजबूत इम्युनिटी है, हाइब्रिड तब होता है जब कोई ओमीक्रोन से संक्रमित हो गया हो और उसे वैक्सीन की खुराक भी मिल गई हो. कोरोना (Corona) के अन्य वेरिएंट आने के सवाल पर डॉ सौम्या विश्वनाथन ने कहा कि यह एक RNA वायरस है और इसमें म्यूटेशन होना स्वाभाविक है.

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ लड़ने के लिए नेचुरल इंफेक्शन के जरिए हर्ड इम्युनिटी (herd immunity) हासिल करने का विचार मूर्खतापूर्ण है क्योंकि इसके लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल एनडीटीवी से इंटरव्यू में ये बातें कहीं.

उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 मूल वेरिएंट BA.1 की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और इसका ट्रांसमिशन अन्य सब वेरिएंट से अधिक है. दुनिया के कई देशों को इसने अपनी चपेट में ले लिया है, खासकर डेनमार्क और भारत.

डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि विश्व स्वास्थ संगठन (World Health Organisation) अभी तक ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicon Variant) के प्रभाव पर टिप्पणी नहीं कर सकता है क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है. इसे लेकर इस बात पर रिसर्च चल रहा है कि अगर यह वेरिएंट पुनः संक्रमण का कारण बनता है तो यह लंबी अवधि में इम्युनिटी को किस तरह प्रभावित करेगा.

2 महीने का समय बहुत कम

निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह जानने के लिए 2 महीने का समय बहुत कम है. हमने कुछ स्टडीज को देखा है जहां नए वेरिएंट से ठीक होने वाले मरीजों के रक्त ने डेल्टा संक्रमण में मदद की, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि यह भविष्य के वेरिएंट के लिए सही साबित होगा या नहीं.

गंभीर बीमारी के मामले कम

उन्होंने मौजूदा कोविड-19 वैक्सीन (Covid 19 Vaccine) ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) के खिलाफ कितनी प्रभावी है इस पर कहा कि, लैब में हुई स्टडीज से यह पता चला है कि एंटीबॉडीज नए वेरिएंट को बेअसर करें ऐसी संभावना कम है. हालांकि राहत की बात है कि वैक्सीनेशन (Vaccination) कराने वाले रोगियों में मौत और गंभीर बीमारी के मामले कम देखने को मिले हैं.

पढ़ें: ICICI लोम्बार्ड ऐप में स्कैन डायग्नोस्टिक फीचर, घर बैठे चेक कर सकेंगे BP

अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम

डॉ सौम्या विश्वनाथन (Dr Soumya Swaminathan) ने कहा कि वैक्सीन की मदद से मौत और अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम हो रहा है. साथ ही उम्रदराज और कमजोर आबादी को वायरस के प्रभाव से सुरक्षित है. इससे पता चलता है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) प्रभावी है और एक बेहतर रक्षा प्रणाली है.

उन्होंने कहा कि हाइब्रिड इम्युनिटी (Hybrid immunity) इस समय हमारे पास सबसे मजबूत इम्युनिटी है, हाइब्रिड तब होता है जब कोई ओमीक्रोन से संक्रमित हो गया हो और उसे वैक्सीन की खुराक भी मिल गई हो. कोरोना (Corona) के अन्य वेरिएंट आने के सवाल पर डॉ सौम्या विश्वनाथन ने कहा कि यह एक RNA वायरस है और इसमें म्यूटेशन होना स्वाभाविक है.

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