चेन्नई: तमिलनाडु के महाधिवक्ता शनमुगसुंदरम ने बुधवार को अचानक इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन को भेज दिया है. उन्होंने कहा है कि वह निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह मद्रास हाईकोर्ट में वकील के तौर पर अपना काम जारी रखेंगे. इसलिए कुछ दिनों में नए महाधिवक्ता की नियुक्ति होने की उम्मीद है.
2021 में एआईएडीएमके शासन के बाद डीएमके सरकार ने सत्ता संभाली. पिछले अन्नाद्रमुक शासन में विजय नारायण एडवोकेट जनरल नियुक्त किए गए थे. बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के बाद द्रमुक सरकार की नई सरकार के कार्यभार संभालने पर वरिष्ठ अधिवक्ता शनमुगसुंदरम को महाधिवक्ता नियुक्त करने की राज्यपाल से सिफारिश की गई.
तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने तमिलनाडु सरकार की सिफारिश को स्वीकार कर लिया और मई 2021 में तमिलनाडु सरकार के नए महाधिवक्ता के रूप में शनमुगसुंदरम की नियुक्ति को मंजूरी दे दी. इसके बाद शनमुगसुंदरम पिछले दो वर्षों से सरकार के कानूनी सलाहकार थे और अदालत में सरकार की ओर से मामलों को संभाला. बता दें कि महाधिवक्ता राज्य के विधि से जुड़े मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए बड़े मामलों की पैरवी करते हैं. उनकी नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा किया जाता है, हालांकि नियुक्ति को लेकर सिफारिश सरकार की ओर से की जाती है.