कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की कथित ज्यादतियों के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का एक तबका अपने हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है.
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West Bengal Assembly passes the resolution under Rule 169 against 'excess of central investigation agencies'.
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केंद्रीय जांच एजेंसियों की 'ज्यादतियों' के खिलाफ विधानसभा में एक प्रस्ताव पर बोलते हुए बनर्जी ने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र सरकार का एजेंडा और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिलें. भाजपा ने प्रस्ताव का विरोध किया जिसे बाद में विधानसभा ने पारित कर दिया.
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी ने कहा, 'वर्तमान केंद्र सरकार तानाशाहीपूर्ण तरीके से व्यवहार कर रही है. यह प्रस्ताव किसी खास के खिलाफ नहीं है, बल्कि केंद्रीय एजेंसियों के पक्षपातपूर्ण कामकाज के खिलाफ है.'
विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि इस तरह का "सीबीआई और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव" विधानसभा के नियमों के खिलाफ है. प्रस्ताव के पक्ष में 189 और विरोध में 69 मत पड़े. सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां राज्य में कई मामलों की जांच कर रही हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आरोपी हैं.
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