कोलकाता: पंचायत चुनाव के लिए वोटों की गिनती मंगलवार सुबह से जारी है. पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को एक बार फिर बड़ी सफलता मिलती दिख रही है. हालांकि, अभी भी अंतिम परिणाम नहीं आये हैं. मतगणना के बारे में बता दें कि बुधवार सुबह 6 बजे तक कुल 9730 पंचायत समितियों में से 7154 के नतीजे घोषित हो चुके हैं. इनमें तृणमूल को 5998 सीटें मिलीं हैं.
टीएमसी के मुकाबले में बीजेपी को 706, लेफ्ट को 142, कांग्रेस को 143 और अन्य को 265 सीटें मिलीं हैं. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, सुबह 6 बजे तक कुल 63229 ग्राम पंचायतों में से 59637 निर्वाचन क्षेत्रों के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं. इसमें से त्रिमूल को 42097 ग्राम पंचायतों में सफलता मिली है. इसके अलावा भाजपा को 9223, लेफ्ट को 3021, कांग्रेस को 2403 और अन्य को 2866 सीटें मिलीं.
मालदा में भाजपा को 2, टीएमसी को 26 सीटें मिली : मालदा की 43 जिला परिषद सीटों में से 26 सीटों पर तृणमूल जीती है. इस क्षेत्र में बीजेपी को 2 सीटें मिलीं. वहीं कांग्रेस को चार सीटों पर सफलता मिली है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि टीएमसी के उम्मीदवार चुनाव हार गये हैं लेकिन दोबारा वोटों की गिनती कराकर उन्हें जीत दिलाने की कोशिश की जा रही है. जलपाईगुड़ी जिला परिषद पर तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है. इसके अलावा जिले की 9 पंचायत समितियां भी तृणमूल कांग्रेस के अधीन आ गयी हैं.
जलपाईगुड़ी में भाजपा की सीटें बढ़ी : जलपाईगुड़ी में पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बहुमत तो मिल गया है लेकिन भाजपा ने टीएमसी के वोटों में सेंध लगाने में सफलता हासिल की है. भले ही भाजपा अधिकतर ग्राम पंचायतों पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई है लेकिन ग्राम पंचायतों में उसकी सीटों की संख्या बढ़ गई है.
चाय सर्कल पर टीएमसी का दबदबा : तृणमूल कांग्रेस ने चाय सर्कल पर भी कब्जा कर लिया है. अब तक चाय सर्कल में बीजेपी का दबदबा रहा था. अलीपुरदुआर के जलपाईगुड़ी जिले में तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई है. सिंगुर पंचायत समिति की 48 सीटों में से सीपीएम ने 1 सीट जीती. बाकी पर तृणमूल ने जीत हासिल की. इसके अलावा इस क्षेत्र में जिला परिषद की सभी 3 सीटों पर भी तृणमूल ने कब्जा कर लिया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरना पर बैठे : पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार मंगलवार देर रात दक्षिण दिनाजपुर जिले के अंतर्गत बालुरघाट कॉलेज में एक मतगणना केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने पंचायत चुनाव के नतीजों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए राज्य भाजपा प्रमुख मजूमदार ने कहा कि वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई का विकल्प चुनेंगे.
उन्होंने कहा कि चुनाव में हमारे उम्मीदवारों के जीतने के बावजूद. नतीजे बदले जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया की टीएमसी सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करके अपने उम्मीदवारों को जीतने में मदद कर रही है. इसके लिए अपराधियों को मतगणना केंद्र के अंदर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) पक्षपाती है. वह टीएमसी के एजेंट के रूप में काम कर रहा है. मजूमदार ने मतगणना केंद्र के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मैं यहां बीडीओ से मिलने आया हूं, लेकिन वह यहां नहीं हैं. हम कानूनी कार्रवाई करेंगे.
मतदान के दिन हुई थी व्यापक हिंसा : बता दें कि, 8 जुलाई को कड़ी सुरक्षा के बीच चुनाव हुए. जिसमें लगभग 5.67 करोड़ मतदाताओं ने भाग लिया. पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में मतदाताओं ने 73,887 सीटों के लिए 2.06 लाख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया. हालांकि, मतदान के दिन व्यापक हिंसा, मतपत्रों की लूट और धांधली से की सूचनायें आती रहीं. मुर्शिदाबाद, कूच बिहार, मालदा, दक्षिण 24 परगना, उत्तरी दिनाजपुर और नादिया जैसे कई जिलों से बूथ कैप्चरिंग, मतपेटियों को नुकसान पहुंचाने और पीठासीन अधिकारियों पर हमले की खबरें आईं.
कराया गया पुनर्मतदान : मतपेटियों में आग लगाए जाने और विभिन्न स्थानों पर राजनीतिक दलों के बीच झड़प की भी खबरें सामने आईं. परिणामस्वरूप, राज्य के 19 जिलों की 22 जिला परिषदों, 9,730 पंचायत समितियों और 63,239 ग्राम पंचायत सीटों के 697 बूथों पर पुनर्मतदान कराया गया. पुनर्मतदान प्रक्रिया केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की देखरेख में बिना किसी हिंसा की रिपोर्ट के आयोजित की गई.
(एक्सट्रा इनपुट एजेंसी)